जगदलपुर। जगदलपुर में ऐतिहासिक गोंचा पर्व के उपलक्ष्य पर भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र को 56 भोग लगाया गया। फल, मिठाई, चावल, रसगुल्ला से लेकर इलायची और विभिन्न तरह के भोग लगाकर करीब 617 सालों से चली आ रही परंपरा निभाई गई। कार्यक्रम में CM विष्णुदेव साय भी शामिल होने वाले थे, लेकिन किसी कारण से उनका दौरा रद्द हो गया।
दरअसल, जगदलपुर के Sirhasar Bhawan सिरहासार भवन में छप्पन भोग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। प्रभु को 56 भोग का अर्पण किया गया। देर रात तक प्रभु के दर्शन करने के लिए यहं श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ईश्वर खांबारी ने बताया कि, बस्तर गाेंचा महापर्व में रियासत कालीन परंपरानुसार जगन्नाथ स्वामी को लगाए जाने वाले 56 भोग का बड़ा महत्व है। भगवान जगन्नाथ भगवान श्रीकृष्ण के अवतार माने जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन पर्वत धारण करने की लीला के साथ 56 भोग को जोड़कर देखा जाता है।