भोपाल, देश और प्रदेश के साथ-साथ राजधानी भोपाल में भी अब कोरोना की तीसरी लहर लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। सोमवार को भोपाल में कोरोना के 287 नए मरीज मिले हैं। कुल 3432 सैंपलों की जांच में इतने नए मरीजों की पहचान हुई। इस तरह संक्रमण दर 08 फीसदी रही। राहत की बात यह भी रही कि सोमवार को राजधानी में कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। अब कोरोना के नए मरीजों के मिलने की तुलना में इस बीमारी से उबरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इससे सक्रिय मरीजों का आंकड़ा भी घट रहा है।
भोपाल में फिलहाल कोरोना के 3267 सक्रिय मरीज हैं। इनमें से महज 102 मरीज निजी व सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। बाकी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करा रहे हैं, जिन्हें बीमारी के कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं। गौरतलब है कि भोपाल में अब तक कोरोना के कुल 170261 मरीज मिल चुके हैं। सोमवार को भोपाल में 5402 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया।
भोपाल मेमोरियल अस्पताल में दवाइयों का टोटा
उधर, राजधानी में गैस पीड़ितों के इलाज के लिए बनाए गए भोपाल मेमोरियल अस्पताल में दवाइयों का टोटा है। यह आरोप गैस पीड़ित निराश्रित पेंशन भोगी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव ने लगाए। सोमवार को उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि गैस पीड़ित चांद नारायण मालवीय समेत कुछ मरीज भोपाल मेमोरियल अस्पताल में आंखों का इलाज करवा रहे हैं, लेकिन इस अस्पताल में बदहाली का आलम यह है कि उन्हें आंखों में डालने वाली ड्राप तक नहीं मिल रही है। इस संबंध में उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों से बातचीत की और उनके सामने अपनी समस्या दर्ज करा दी है। इस पर एक हफ्ते में दवाइयां उपलब्ध कराने का आश्वासन मिला है।