तिल्दा-नेवरा – शारदीय नवरात्र की शुरुआत में ही हिंदू धर्म में नवरात्र का खास महत्व माना जाता है। नवरात्र के नौ दिनों में दुर्गा के नव स्वरूप की पूजा की जाती है। माता रानी के भक्तों को उनकी अराधना करने के लिए पुरे साल शारदीय नवरात्र का इंतजार रहता है। इस बार शारदीय नवरात्र को बेहद शुभ माना गया है। तिल्दा-नेवरा से 7 किलोमीटर पश्चिम दिशा के ग्राम पंचायत भुरसुदा में स्थित रणबौर देव रणबौरेश्वरी धाम जो श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मंदिर के पुजारी गणपत यादव और कृपाराम विश्वकर्मा ने बताया कि रणबौर मंदिर में 141 अखंड मनोकामनाएं ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हो रही है।
साथ ही ग्राम पंचायत भुरसुदा के शीतला माता मंदिर में 1 मनोकामना ज्योति, गुड़ी चौंक स्थित दुर्गा पंडाल में 5 मनोकामना ज्योत,तथा सुखदेव साहू के यहां 1 मनोकामनाएं ज्योत प्रज्वलित हो रही है। रणबौर देव संयुक्त समिति के अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद वर्मा ,केजऊराम यादव, तेजराम पटेल, चंन्द्रकुमार साहू, रामाधार वर्मा आदि अनेक सदस्य सेवा कर रहें हैं। सैंकड़ों ग्रामीण महिला व पुरूषों ने रणबौर मंदिर में मत्था टेक सुख समृद्धि की कामना की। क्वांर नवरात्रि पर्व के आगमन होने से रणबौर मंदिर के आसपास गांव के चारों ओर माता के जस गीत व जयकारे गुंजने लगें हैं। वहीं देर रात तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है।