बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के राजाराजेश्वरी नगर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक योगा ट्रेनर निरंजना मूर्ति पर नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि कर्नाटक योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन (KYSA) के सचिव रहे मूर्ति को POCSO एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. यह शख्स कई सालों से सनशाइन इंस्टीट्यूट नामक योगा सेंटर चला रहा था, लेकिन अब उसकी काली करतूतों का पर्दाफाश हो गया है.
पीड़िता ने शिकायत में बताया कि वह 2019 से मूर्ति को जानती थी और 2021 से योगा प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने लगी थी. 2023 में, जब वह 17 साल की थी, मूर्ति के साथ थाईलैंड में एक अंतरराष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में गई थी. पीड़ित युवती के मुताबिक वहां मूर्ति ने उसका यौन उत्पीड़न किया. इस घटना ने पीड़िता को इतना झकझोर दिया कि उसने योगा प्रतियोगिताएं छोड़ दीं लेकिन 2024 में, वह दोबारा सनशाइन इंस्टीट्यूट में मूर्ति के अधीन योगा प्रतियोगिताओं के लिए लौटी. यहां मूर्ति की हरकतें फिर शुरू हो गईं.
पीड़िता का आरोप है कि 2025 के अगस्त में मूर्ति ने उसे राष्ट्रीय स्तर की योगा प्रतियोगिता में मेडल और प्लेसमेंट का लालच देकर उसका यौन शोषण किया. 22 अगस्त को उसने फिर से राज्य-स्तरीय प्लेसमेंट का बहाना बनाकर छेड़छाड़ की कोशिश की. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया.
केस दर्ज होने के बाद मूर्ति फरार हो गया था लेकिन पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे अब गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि मूर्ति के खिलाफ और भी शिकायतें सामने आ सकती हैं. इस मामले ने योगा सेंटरों की आड़ में होने वाले गड़बड़ियों पर सवाल खड़े किए हैं. जांच पूरी होने पर और खुलासे होने की उम्मीद है.