सैकड़ों श्रमिक बैठे अनिश्चितकालीन आंदोलन पर : यातायात बाधित।
तिल्दा-नेवरा , श्रमिकों ने उद्योग प्रबंधन पर शोषण का बडा आरोप लगाते हुए उद्योग के खिलाफत में आंदोलन का शंखनाद किया है ,वहीं श्रमिकों के आंदोलन के चलते उद्योग प्रबंधन की बड़ी खांमिया उजागर हुआ है । मामला रायपुर जिला तिल्दा जनपद, ग्राम पंचायत परसदा क्षेत्र में संचालित हाईटेक स्पंज एवं पांवर उद्योग की है । यहां पर कार्यरत सैकड़ों मजदुरो ने उद्योग प्रबंधन पर श्रमिकों के शोषण का बडा आरोप लगाते हुए उद्योग परिसर के सामने आंदोलन का आगाज किया। श्रमिकों के आंदोलन से जहां उद्योग की परिचालन प्रभावित हुआ वहीं जो मजदुर आंदोलन के पूर्व रात को उद्योग परिसर में फंसे हुए थे ,उन्हें भी भुखे प्यासे उद्योग के परिचालन में सहयोग करना पड़ा ,वहीं पर ट्रांसपोर्टिंग वाहनों की चक्का थम गई ,जिसके चलते यातायात मार्ग तो बाधित हुआ वहीं वाहन चालकों को पानी के लिए भी मोहताज होना पड़ा , हाईटेक स्पंज एवं पांवर उद्योग को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश इतना था कि बड़ी संख्या में महिला पुरुष भुखे प्यासे उद्योग के गेट के सामने हाईटेक स्पंज उद्योग मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए डटे रहे। इस दरम्यान श्रमिकों ने कहा कि जो भी श्रमिकों को मोहरा बनाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करेगा ,उसे भी बख्शा नहीं जावेगा ,वहीं उन्होंने कहा कि उद्योग प्रबंधन की मनमानी का पराकाष्ठा आंदोलन रत श्रमिकों का जनसैलाब से उजागर हो रहा है , श्रमिकों ने उद्योग प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि उद्योग प्रबधन के द्वारा औद्योगिक अधिनियम को दरकिनार कर श्रमिकों का भरपुर शोषण किया जा रहा है , उन्होंने कहा कि जो स्थानीय श्रमिक काफी लंबे समय से उद्योग में काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे उनका भी छटनी किया जा रहा है । वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि संचालित उद्योग के द्वारा जिन गांवों को गोद लिया गया है वहां के ही श्रमिकों से उद्योग प्रबंधन के द्वारा छल किया जा रहा है। श्रमिकों ने कहा कि औद्योगिक अधिनियम को तार तार करते हुए मजदुरो का शोषण उद्योग प्रबंधन के द्वारा किया जा रहा है , श्रमिकों को अवकाश नहीं दिया जाता और ना ही डबल ओटी दी जाती वहीं अन्य सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है , वहीं आक्रोशित श्रमिकों ने कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को बोनस भी नहीं दिया जा रहा है।

उद्योग से भारी प्रदुषण फैलाने का आरोप , तहसीलदार व श्रम अधिकारी के मध्य रखी आपबीती।
उद्योग के द्वारा मनमानी पूर्वक बेतहाशा प्रदुषण फैलाने का आरोप लगाते हुए सरपंच व ग्रामीणों ने तहसीलदार व श्रम निरीक्षक को आप बीती सुनाते हुए कहा कि इस उद्योग के द्वारा जहरीली धुंआ छोड़ने से घरों ,निस्तारी तालाबों में काला परत जम जाता है , जिसके चलते स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है। श्रमिकों में उद्योग प्रबंधन के प्रति इतनी नाराजगी देखी गई कि वे गेट में ताला जड़ने की मंशा जाहिर कर रहे थे ।