हैदराबाद, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी एनएमडीसी ने अपने सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 अभियान के हिस्से के रूप में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का नेतृत्व कंपनी के मुख्य सतर्कता अधिकारी, बी विश्वनाथ (आईआरएसएस) ने किया, जिन्होंने निष्पक्ष, नैतिक और सतत विकास प्राप्त करने में केंद्रीय सतर्कता आयोग के दिशानिर्देशों की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रतिभागियों से बात करते हुए, बी विश्वनाथ ने कहा, "वीएडब्ल्यू 2023 सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों से जवाबदेही और दक्षता बढ़ाने में नई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने का आग्रह करता है।“ इसके बाद उन्होंने एनएमडीसी के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इन विकासों को जल्दी अपनाएं क्योंकि घरेलू लौह और इस्पात उद्योग अब परिपक्व हो रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को बीडीएल और मिधानी के सीवीओ डॉ. उपेंद्र वेनम के साथ "जांच अधिकारी और प्रस्तुतकर्ता अधिकारी" पर एक संवाद सत्र के साथ हुई। उन्होंने संविधान और डीओपीटी नियमों के सुसंगत प्रावधानों पर जोर देते हुए जांच अधिकारी और प्रस्तुतकर्ता अधिकारी के दायित्वों का वर्णन करते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। सुश्री अनीता बारिक, उप- सीवीओ, दक्षिण मध्य रेलवे ने दिन के अगले सत्र का संचालन किया।
उन्होंने निवारक सतर्कता की आवश्यकता की जानकारी दी और वास्तविक दुनिया के उदाहरण देते हुए इन नियमों को कार्रवाई में लागू करके सतर्क और कुशल कार्य संस्कृतियों के निर्माण की दिशा में एक व्यावहारिक दृष्टिकोण की अनुशंसा की। मंगलवार को वित्त मंत्रालय, डीओई के निदेशक (खरीद नीति प्रभाग), कंवलप्रीत ने सार्वजनिक खरीद के आवश्यक सिद्धांतों पर प्रतिभागियों को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने भारत सरकार की 'विवाद से विश्वास' योजना का वर्णन करते हुए संचार के दस्तावेजीकरण और रिकॉर्ड रखने के महत्व पर विस्तार से बताया। अगले सत्र के दौरान, सुशील डागा, एमिकस लीगल और विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के विजिटिंग फैकल्टी ने 'मध्यस्थता और सुलह अधिनियम' पर चर्चा की। उन्होंने इसके संशोधनों के पीछे के तर्क पर बात की और संविदा अधिनियम और अन्य संबंधित विधियों के प्रासंगिक खंडों की व्याख्या की। एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से कर्मचारियों के लिए इन क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को तैयार करने में कंपनी के सतर्कता विभाग के प्रयासों की सराहना की। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, "मैं सभी को अपने कार्य की जिम्मेवारी लेने, अपने कौशल को बढाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं और यह सुनिश्चित किया जाए कि हमारे निर्णय लेने की प्रक्रिया सुविचारित और जवाबदेह है।“