किरंदुल. एनएमडीसी लिमिटेड के कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण दिनांक 1 जनवरी 2022 से अब तक लंबित है। वेतन समझौता हेतु ऑल इंडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन एवं एनएमडीसी उच्च प्रबंधन के मध्य मुख्यालय में विगत दिनों आयोजित बैठक में किसी भी प्रकार का सकारात्मक पहल प्रबंधन द्वारा न किये जाने पर एनएमडीसी की सभी परियोजनाओं के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। विदित हो किविषम परिस्थितियों के बावजूद भी विगत 2 वित्तीय वर्षों से लौह अयस्क उत्पादन एवं प्रेषण के नवीनतम कीर्तिमान स्थापित किये जा रहे हैं तथा कर्मठ कर्मचारियों द्वारा कोरोना कॉल में भी अपनी जान जोखिम में डालकर बेहतर उत्पादन दिया गया था। श्रमिकों की कठोर परिश्रम के बदौलत कम्पनी उत्पादन का नया-नया कीर्तिमान गढ़ रही है, किंतु जब इन्ही श्रमिकों के विगत 27 माह से लंबित वेतन पुनरीक्षण की बात आती है तो फेडरेशन के साथ आहूत समझौता बैठक में उच्च प्रबंधन सकारात्मक पहल करने में अब तक सफल नहीं रह है। प्रबंधन के द्वारा विलंब किये जा रहे के विरोध में आल इंडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के तत्वावधान में सभी परियोजनाओं के संयुक्त श्रम संगठनों के संघर्ष समिति के नेतृत्व में सभी कर्मचारियों द्वारा वर्क टू रूल्स के आधार पर कार्य करने का निर्णय लिया गया है। एनएमडीसी किरंदुल परियोजना की दोनों श्रम संघ संयुक्त खदान मजदूर संघ एवं मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा मंगलवार की प्रथम पॉली से शीघ्र वेतन समझौता की मांग को लेकर प्रबंधन का विरोध प्रदर्शन का आगाज कर दिया गया है। वेतन समझौता होते तक वर्क्स टू रूल्स के अनुसार कार्य सम्पादित किया जाएगा।