अंबिकापुर। कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने बड़ा दावा किया है, उन्होंने बताया कि सरगुजा संभाग के 17 गांव में बिजली ही नहीं, वहां के ग्रामीण लालटेन में जिंदगी काट रहे है। आगे उन्होंने लिखा, सरगुजा संभाग के बिहारपुर क्षेत्र में 17 से अधिक ग्राम पंचायत आज भी बिजली विहीन रह कर अंधेरे में जीने को मजबूर हैं। इन गांवों के बच्चे आज भी लालटेन जला कर पढ़ते हैं, बुज़ुर्ग रौशनी की राह देखते हैं और परिवार अंधेरे के साए में रात काटते हैं।
बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के लिए ग्रामीणों का सड़कों पर उतरना सरकार की असंवेदनशीलता और विफलता का सबसे दर्दनाक प्रमाण है। ऐसे हालात में सरकार अपने 2 साल के “सुशासन” का जश्न आखिर किसके लिए मना रही है? जब नागरिकों से उनका बुनियादी अधिकार छीना जा रहा हो, तब विकास के दावे खोखले और अमानवीय लगते हैं। यह सिर्फ़ बिजली का सवाल नहीं है – यह ग्रामवासियों के सम्मान, सुरक्षा और मानवीय गरिमा का सवाल है।
