विसर्जन के बाद श्रध्दालुओं ने ग्रहण किया महा प्रसाद
शिवरीनारायण –– श्री राधाकृष्ण जी, गोर्वधन पर्वत धारी गिरिराज महाराज जी, माता शबरी के जूठे बेर खाते श्री रामचंद्र जी, माखन चोरी करते श्री कृष्ण जी, महाकाल बाबा जी, पार्वती माता और भगवान शंकर जी की नयनाभिराम आकर्षक झांकी श्री शिवरीनारायण भगवान मदिर परिसर में रखा गया था जिसका विसर्जन 23 मार्च को शाम 4 बजे भव्य शोभायात्रा निकालकर नगर भ्रमण करते हुए रात्रि लगभग 9 बजे नगर की जीवनदायनी चित्रोत्पल्ला गंगा महानदी त्रिवेणी संगम घाट बावाघाट पर पहुंचा जहां पर लोगों ने मूर्तियों का पूजा अर्चना कर उनका विर्सजन किया। शोभायात्रा के दौरान कीर्तन मंडली और धुमाल के साथ काफी संख्या में युवक व युवती भाव भक्ति के साथ नाचते गाते चल रहे थे। नगर के श्रध्दालु जगह जगह पर मूर्तियों की पूजा अर्चना कर अपने घर परिवार की सुख समृध्दि की कामना कर रहे थे। विसर्जन के पश्चात मंदिर परिसर में महाप्रसाद का वितरण किया जिसे श्रध्लुओं ने श्रध्दा पूर्वक ग्रहण किया। मंदिर के मुख्य पुजारी पं. हरीश कुमार तिवारी भोगहा ने भब्य विसर्जन कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग प्रदान करने वाले सभी लोगों धर्मप्रेमी श्रद्धालु, नगर के व्यापारी गण, साधु संतो, महिलाओ, मां शबरी सेवा समिति के सभी सदस्यों के साथ ही थाना शिवरीनारायण के पुलिस स्टॉफ का भी आत्मिक दिल से धन्यवाद, आभार व्यक्त किया और कहा कि आप सभी के सहयोग से भगवान की झांकियो का विसर्जन सुगमतापूर्वक और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, साधुवाद।