रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन आज कई विषयों पर चर्चा हुई। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच नोंकझोंक भी देखने को मिली। बिलासपुर में पिछले दिनों लोनिवि भर्ती की परीक्षा में हाईटैक तरीके से नक़ल कराये जाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ था। इसके बाद से ही कांग्रेस सत्तादल भाजपा पर हमलावर है।
वही आज इस नक़ल प्रकरण की गूँज विधानसभा में भी सुनाई दी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख विधायक दीपक बैज ने सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि, क्या नकल गिरोह को भाजपा की सरकार संरक्षण दे रही है? बीजेपी के 15 साल की सरकार में बस्तर, बिलासपुर में फर्जी परीक्षाएं आयोजित हुई। अगर संरक्षण नहीं तो परीक्षा रद्द होनी चाहिए। दीपक बैज ने कहा कि, सरकार में आने से पहले भाजपा ने यूपीएससी के तर्ज पर परीक्षा करने का दावा किया था तो क्या यही यूपीएससी की तर्ज पर परीक्षा है।
सदन में बिजली के दाम में बढ़ोतरी पर स्थगन प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि, टैरिफ में न्यूनतम वृद्धि के गई है, आपूर्ति में गुणवत्ता है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश में ऊर्जा सुधारों को जनसमर्थन मिल रहा है। यह कदम स्टील उद्योगों के लिये भी राहत देने वाला है। सीएम ने सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि, यह घरेलु उपभोक्ताओं के लिए संरक्षण की दिशा में उठाया गया कदम है। कृषि पंपों पर बोझ नहीं पड़ेगा।’