अंबिकापुर। उत्तरी छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ठंड का पलटवार हुआ है। लगातार बादल और बारिश के बाद अब जैसे ही मौसम खुला तो उत्तर क्षेत्र से आ रही शीतलहर ने पूरे संभाग को कंपकंपा दिया है। उत्तरी छत्तीसगढ़ के पठारी इलाकों में तापमान तीन डिग्री के करीब है। मैनपाट और सामरी पाट में गुरुवार को सुबह लोग सो कर उठे तो पाले की सफेद चादर बिछी हुई थी। पाला गिरने के कारण अंबिकापुर शहर व मैदानी इलाकों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सुबह से उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रही है जो धूप में बैठने के बाद भी लोगों को ठिठुरन महसूस करा रही हैं। बलरामपुर जिले का तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है वहीं इस जिले के सामरी पाट में तापमान तीन डिग्री के करीब है। सरगुजा जिले के मैनपाट में भी लगभग इतना ही तापमान है। शहर का तापमान छह डिग्री के करीब है। न्यूनतम तापमान में आई गिरावट से एक बार फिर जनवरी की विदाई के समय ठंड पड़ने लगी है। ऐसी स्थिति अभी कुछ दिनों तक जारी रहेगी। शीतलहर की चपेट में उतरी छत्तीसगढ़ के लोग रहेंगे पाला गिरने से जहां लोग कड़ाके की ठंड महसूस कर रहे हैं वही साग सब्जियों की खेती पर प्रभाव भी पढ़ने की पूरी संभावना है। खासकर टमाटर, बैगन व मिर्च के साथ कद्दू वर्गीय फसलों पर पाले का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। लगातार हुई बारिश से जहां रबी में गेहूं की फसल को फायदा पहुंचा है और अब ठंड से और भी फायदा होगा।
पिछले 24 घंटे में चार डिग्री गिरा तापमान-
उत्तरी छत्तीसगढ़ में बादल के छंटते ही 24 घंटे में चार डिग्री तापमान गिरा है। बुधवार को अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस था जबकि दिन भर चली उत्तरी शुष्क ठंडी हवाओं के प्रभाव से इसमें और की कमी दर्ज की गई है। इस समय सरगुजा शीत लहर की चपेट में है जो आगामी दो दिनों तक अपना प्रभाव बरकरार रख सकता है।