मंगलवार का दिन भी आम दिनों की तरह ही शुरू हुआ था. दोपहर करीब 3:30 बजे प्रखर ने अपनी ट्यूशन टीचर को घर पर पढ़ाने के लिए बुलाया था. बताया जा रहा है कि टीचर करीब दो घंटे बाद आने को कहा. उन्होंने प्रखर से कहा था कि इस दौरान वह अपना होमवर्क पूरा कर ले. टीचर के देर से आने के कारण प्रखर के पास पर्याप्त समय था, लेकिन वह उस समय पढ़ाई के बजाय लैपटॉप पर गेम खेलता रहा. जब टीचर घर पहुंचीं और उन्होंने होमवर्क चेक किया, तो पाया कि काम पूरा नहीं किया गया था.
घर में उसी समय प्रखर की दादी भी मौजूद थीं. ट्यूशन टीचर ने दादी से कहा कि उन्होंने प्रखर को होमवर्क के लिए अतिरिक्त समय दिया था, इसके बावजूद उसने काम पूरा नहीं किया. इस पर दादी ने भी टीचर से कहा कि प्रखर पढ़ाई नहीं कर रहा था, बल्कि लैपटॉप पर गेम खेल रहा था. यह बात प्रखर ने भी सुनी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शिकायत के बाद वह कुछ देर तक बिल्कुल चुपचाप बैठा रहा. न कोई बहस, न कोई जवाब. किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह खामोशी इतना बड़ा कदम उठाने की भूमिका बन जाएगी. कुछ देर बाद प्रखर कमरे से उठकर बालकनी की ओर गया. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, वह नौवीं मंजिल से नीचे कूद गया. नीचे मौजूद सुरक्षा गार्ड और आसपास के लोगों ने जब यह दृश्य देखा तो अफरा-तफरी मच गई. तुरंत बच्चे को उठाकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी सांसें थम चुकी थीं.
बेटे की मौत की खबर से पूरा परिवार सदमे में आ गया. दादा राज किशोर त्रिवेदी ने फोन पर प्रखर की मां को सूचना दी. खबर मिलते ही मां बदहवास हालत में कानपुर पहुंचीं. पोस्टमार्टम हाउस में मां का दर्द और गुस्सा दोनों फूट पड़ा. मां वास्को त्रिवेदी ने सीधे-सीधे आरोप लगाए कि उनके बेटे को उनसे मिलने नहीं दिया जाता था और मानसिक दबाव में रखकर उसे इस हद तक पहुंचाया गया. उन्होंने पति और सास पर बेटे की हत्या करने जैसे गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना था कि अगर प्रखर को मां का सहारा मिलता, तो शायद वह यह कदम नहीं उठाता. पोस्टमार्टम के दौरान मां ने मीडिया के सामने कहा कि उनका बेटा बेहद संवेदनशील था. वह पढ़ाई को लेकर तनाव में रहता था और घर का माहौल भी उसके लिए अनुकूल नहीं था. उन्होंने यह भी कहा कि एक छोटी-सी शिकायत को लेकर बच्चे पर इतना दबाव बनाया गया कि उसने मौत को ही रास्ता समझ लिया. हालांकि, मां की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई लिखित तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है.
नवाबगंज थाना प्रभारी केशव तिवारी के अनुसार, दादी और ट्यूशन टीचर से पूछताछ की गई है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि होमवर्क न करने पर टीचर ने दादी से शिकायत की थी. दादी ने बताया कि बच्चा पढ़ाई के बजाय लैपटॉप पर गेम खेल रहा था. इसी शिकायत से नाराज होकर छात्र बालकनी में गया और उसने छलांग लगा दी. पुलिस का कहना है कि मां ने जो आरोप लगाए हैं, उनके संबंध में फिलहाल कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है. घटना के बाद से प्रखर के पिता सुधांशु त्रिवेदी गहरे सदमे में हैं. पुलिस के मुताबिक, वह इस स्थिति में नहीं हैं कि कुछ कह सकें. बेटे की अचानक मौत ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया है. परिवार के करीबी लोग भी इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं.