बेरला, स्व. ईश्वर यदु के स्मृति में 06 नवम्बर से 14 नवम्बर तक वार्ड नम्बर 2 खंडसरा बेमेतरा में यदु परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में पंडित कुलदीप जोशी रेवे (बेरला) वाले ने द्वितिय दिवस के कथा में बताया कि दूसरे की धन संपत्ती ऐश्वर्य वैभव अभ्योदय आदि को देखकर अपने मन में कभी भी बैर भावना नहीं रखनी चाहिए भगवान ने जो आपके भाग्य में लिखा है वहीं प्राप्त होगा इसके लिए आप निरन्तर भगवान को साक्षी मानकर लगन और ईमानदारी के साथ मेहनत करते रहे ईश्वर की कृपा होती रहेगी
जो आदमी दूसरे की संपत्ती या राष्ट्र की संपत्ती पर अपना एकाधिकार जमाना चाहता है वो व्यक्ति सुअर से भी ज्यादा बदतर है इस बात का संकेत करने के लिए भगवान वाराह (सुअर) का अवतार लिया । हिरण्याक्ष नाम का दैत्य इतनी बड़ी पृथ्वी पर अपना एकाधिकार जमाना चाहता था इसलिए भगवान को हिरण्याक्ष का वध करने के लिए वाराहावतार लेना पड़ा