रायपुर। नलवा स्टील एंड पावर लिमिटेड की प्रस्तावित चूना पत्थर खनन परियोजना के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति की प्रक्रिया के तहत आज ग्राम पचरी, अलेसुर, छड़िया, मोतिमपुर खुर्द एवं मघईपुर, तहसील खरोरा, ज़िला रायपुर, छत्तीसगढ़ में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। यह जनसुनवाई पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन (ईआईए) अधिसूचना के अंतर्गत आयोजित की गई।
परियोजना नाहरडीह-मघई पुर चूना पत्थर खदान क्षेत्र से संबंधित है, जिसमें प्रस्तावित चूना पत्थर उत्पादन क्षमता 1.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए), ऊपरी मिट्टी की खुदाई 0.075 एमटीपीए, तथा ओवरबर्डन (अपशिष्ट) निष्कासन 0.88 एमटीपीए प्रस्तावित है, जिससे कुल खनन क्षमता 2.45 एमटीपीए होगी। इसके अतिरिक्त, परियोजना में 400 टन प्रति घंटे क्षमता का मोबाइल क्रशर भी शामिल है, जो कि 365.252 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले खदान पट्टे में स्थापित किया जाएगा।
जानकारी अनुसार जनसुनवाई का संचालन छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल (सीईसीबी) और रायपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्थानीय ग्रामीण एवं प्रभावित समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे। नलवा स्टील एंड पावर लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने परियोजना का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया, जिसमें पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों, सामाजिक-आर्थिक लाभ, रोजगार के अवसर और पुनर्वास योजनाओं की जानकारी दी गई।
ग्रामवासियों ने परियोजना से जुड़े मुद्दों जैसे पर्यावरणीय प्रभाव, जल उपयोग, धूल नियंत्रण, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़े प्रश्न उठाए, जिनका संतोषजनक उत्तर परियोजना प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मौके पर ही दिया गया।
बताया जा रहा है कि जनसुनवाई संपन्न हो गई है और इससे परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे खनिज संसाधनों के विकास के साथ-साथ पारदर्शिता और जनभागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी।