रायपुर,मासिक धर्म की जागरूकता के लिए चेतना चाइल्ड एंड वूमेन वेलफेयर सोसायटी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें इस साल मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 2024 की थीम “पीरियडफ्रेंडलीवर्ल्ड (PeriodFriendlyWorld) रखी गई है। बिरगांव भनपुरी की स्लम बस्तियों में जाकर 2 दिनो तक आसपास की किशोरी बालिकाओं,और महिलाओं के साथ विश्व माहवारी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत में बालिकाओं तथा वहां उपस्थित महिलाओं को बताया गया की विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस मनाने की शुरुवात 2014 जर्मन नानप्रफिट आर्गेनाइजेशन वाश यूनाइटेड द्वारा की गई थी। जिसका उद्देश बालिकाओं, युवतियों, महिलाओं को महावारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखने हेतु जागरूकता करना है । इस दिन को मानने का मुख्य उद्देश्य महावारी से संबंधित कुछ भ्रांतियों को मिटना है।
आज भी महिलाएं तथा युवती मासिक धर्म पर खुल कर बात करने में हिचकती है,इसी कारण महावारी के दिनों में उनके द्वारा बरती गई थोड़ी सी भी लापरवाही सर्वाइकल कैंसर योनि संक्रमण जैसे बीमारी का कारन बन सकती है। साथ ही इस बात पर जोर दिया गया की मासिक धर्म एक सामान्य प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है जिस पर खुल कर बात करनी बहुत जरूरी है जिससे उनको इस समस्या से जुड़ी किसी भी प्रकार की परेशानियों से बचाया जा सके।
महावारी के दिनों में सेनेटरी पैड के उपयोग करने को प्राथमिकता दी गई तथा हर 4 से 5 घंटे में पैड बदलने को कहा गया ।इसके अलावा जो भी युवती या महिलाएं कपड़े का उपयोग करती है उन्हे कॉटन का कपड़ा उपयोग करने तथा उपयोग के पहले तथा बाद उसे डेटॉल से धो कर धूप में सुखाने की सलाह दी गई। प्रोग्राम मैनेजर पूनम साहू द्वारा सभी बालिकाओं को मासिक चक्र की शुरुवात कैसे होती है , शरीर में क्या क्या परिवर्तन होते है और मासिक धर्म का होना क्यों जरूरी है योनि के चित्रांकन द्वारा विस्तार रूप में समझाया गया। तथा उनके द्वारा फोलिक एसिड की सिरप भी सभी बालिकाओं को वितरित किया गया तथा महावारी की अनियमितता होने के कारण को भी बताया गया। महिलाओं को समझाया गया की अपनी बेटियो को माहवारी चक्र के 7 दिन पहले गुड़ फल्ली, व आयरन युक्त भोजन का सेवन करवाने व स्वयं करने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम में 12 से 16 वर्ष की बालिकाओं की संख्या अधिक थी, कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं द्वारा बताया गया की उनको अभी अभी हाल में पहली बार महावारी आई है जिससे हमारे कार्यक्रम के आयोजन से उन्हें अपने आप को माहवारी के दिनो में सैनिटरी नैपकिन के उपयोग तथा अपने शरीर की स्वच्छता पर कैसे ध्यान रखे यह सभी मुख्य रूप से जानकारी मिली।
तथा इसी प्रकार सभी बालिकाओं को सेनेटरी पैड तथा फोलिक एसिड की सिरप देकर उनका मासिक धर्म के प्रति झिझक हटाने तथा मनोबल बढ़ाने का एक छोटाप्रयास किया गया।