भिलाई। ललित कला अकादमी का रीजनल सेन्टर भिलाई में खोलने के लिए अब छत्तीसगढ़ शासन अपने स्तर पर पहल करेगा। यही नहीं भारत की सर्वप्रतिष्ठित नाट्य संस्था एन.एस.डी. की शाखा खोलने के लिए भी केन्द्रीय संस्कृति मंत्री से चर्चा करेगा। छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग के डायरेक्टर विवेक आचारी ने यह बात उनसे मिलने आए प्रतिनिधिमंडल से कही है। मुलाकात के दौरान प्रख्यात मॉडर्न आर्ट चित्रकार डी.एस.विद्यार्थी, बी.एल.सोनी, विजय शर्मा, मोहन बराल, प्रवीण कालमेघ, रूपा साहू, गुंजन शर्मा एवं ललित कला अकादमी, नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ से प्रथम बोर्ड मेम्बर डॉ.अंकुश देवांगन उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि सांसद विजय बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के कलाकार विगत अनेक वर्षों से अकादमी का रीजनल सेन्टर खोलने संघर्षरत हैं। विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भी सांसद ने ललित कला अकादमी के मांग को मोदी की गारंटी के रूप में शामिल किया था। डायरेक्टर विवेक आचारी ने कहा है कि सांसद विजय बघेल जी और कलाकारों ने अपने स्तर का काम बखूबी कर दिया है लेकिन इसमें राज्य शासन शामिल नहीं था। यही वजह है कि यह मांग अब तक पूरा नहीं हुआ है।
अब राज्य शासन प्रयास करेगा कि इस बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर सके। बातचीत के दौरान वरिष्ठ रंगकर्मी विजय शर्मा ने भिलाई मे समृद्ध नाट्यकला की दशकों से जारी परंपरा का विस्तृत वर्णन किया। उनकी बातों से इत्तेफाक रखते हुए डायरेक्टर ने बताया कि वे स्वयं इस मुद्दे पर माननीय मुख्यमंत्री के साथ नई दिल्ली जाना चाहते हैं जहां केन्द्रीय संस्कृति मंत्री से मिलकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि ललित कला अकादमी के सदस्य डॉ. अंकुश देवांगन ने न सिर्फ ललित कला बल्कि एन.एस.डी. के लिए भी निदेशक चितरंजन त्रिपाठी से पहले ही अनुमति ले रखी है। उन्होंने यह भी कहा कि इन संस्थानों के खुलने से निश्चित तौर पर भारतीय कलाजगत में छत्तीसगढ़ का वर्चस्व बढ़ेगा। और यहां के कलाकारों को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर अपनी कला दिखाने का मौका मिलेगा। कलाकारो ने मुलाकात के दौरान स्मृति चिन्ह भेंट करके डायरेक्टर के प्रति कृतज्ञता प्रकट की है। इधर राज्य शासन द्वारा देश के इन दोनो बड़े कला संस्थानों की स्थापना के लिए संज्ञान लिए जाने पर खैरागढ़ से लेकर बस्तर, कोंडागांव, सरगुजा, रायपुर, बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ी कलाजगत के समस्त कलाकारों में हर्ष की लहर दौड़ गई है।