हैदराबाद, भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने आज अपनी 65वीं वार्षिक आम बैठक में अपने शेयरधारकों को संबोधित किया। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय और सेबी के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए, एजीएम का आयोजन वर्चुअल मोड के माध्यम से किया गया।
अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) और निदेशक (वित्त) ने बैठक की अध्यक्षता की और शेयरधारकों को संबोधित किया। कंपनी के बोर्ड सदस्य – दिलीप कुमार मोहंती, निदेशक (उत्पादन); वी सुरेश, निदेशक (वाणिज्यिक); विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी), ए एस पार्थ सारथी , कंपनी सचिव, स्वतंत्र निदेशक- संजय टंडन, डॉ अनिल कांबले, विशाल बब्बर, संजय सिंह के साथ अपने शेयरधारकों को कंपनी की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक साथ आए।
कंपनी के भीतर वित्तीय वर्ष 23 की उपलब्धियों और भविष्य के लिए तैयार किए गए रोडमैप का अवलोकन करते हुए, सीएमडी ने कहा, “दुनिया विकसित हो रही है, और इसलिए जिम्मेदार खनन कंपनियों की मांगें और अपेक्षाएं भी बढ़ रही हैं। हमारा लक्ष्य एक वैश्विक पर्यावरण-अनुकूल खनन कंपनी के रूप में उभरना है, जो न केवल वर्तमान की जरूरतों को पूरा करे बल्कि भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों को भी सुरक्षित रखे।”
शेयरधारकों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, “आपके निरंतर सहयोग और विश्वास से, मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में हम जो संकल्प लेंगे वह उस दृढ़ संकल्प को पूरा करेगा जिसने हमें इस मुकाम तक पहुंचाया है। मैं सभी स्टेकहोल्डरों से एक मजबूत औद्योगिक संस्कृति और उज्जवल भविष्य के निर्माण में हमारे साथ भागीदारी करने का आह्वान करता हूं।”
इंटरैक्टिव सत्र के दौरान शेयरधारकों ने कंपनी के विकास और जिम्मेवार खनन के प्रति इसकी प्रतिबद्धता की सराहना की। प्रश्नोत्तरी के दौरान शेयरधारकों द्वारा उठाई गई चिंताओं और सवालों का बोर्ड द्वारा विधिवत समाधान किया गया। एनएमडीसी स्टील लिमिटेड ने भी आज अपनी 8वीं वार्षिक आम बैठक आयोजित की। डीमर्जर के बाद और बीएसई, एनएसई और सीएसई पर इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग के बाद यह कंपनी की पहली एजीएम थी। स्टैबलज़ैशन चरण