मेकाहारा में नीतू ने ली अंतिम सांस, ससुराल वालों ने किया था आग के हवाले

दुर्ग। इस्पात नगरी भिलाई के कैंप-1 में एक महिला नीतू को उसके ही पति और ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया था, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई थी। वहीं, अब खबर सामने आ रही है कि नीतू की मौत हो गई है। बता दें कि रायपुर मेकाहारा में नीतू का इलाज चल रहा था। बता दें कि, 3 अप्रैल को जब यह घटना हुई थी तब जिला अस्पताल से उनके पास खबर आई थी तब उनकी टीम बयान के लिए गई थी और नीतू ने चाय बनाते वक्त आग लगने से झुलसने की बात कही थी, लेकिन नीतू के 15 साल के बेटे ने अपने ही पापा, दादा-दादी और बुआ पर अपनी मां को जिंदा जलाने की बात कही। इस खुलासे के बाद ये मामला और गंभीर हो गया।

बीते बुधवार को बिहार के नालंदा जिले से आए नीतू के पिता और उसके 15 साल के बेटे ने छावनी थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। नीतू के पिता ने बताया कि, उनकी बेटी को जलाया गया है। उसकी बेटी 30 मार्च के बेटे के साथ मायके आई थी, लेकिन दामाद लगातार फोन कर उससे झगड़ा करता रहा और वह 1 अप्रैल को लौट गई। इसके बाद उसका संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि, नीतू और उसके पति के बीच में पहले भी झगड़े होते रहे हैं और महिला थाने में काउंसिलिंग भी की गई थी। नीतू के पिता ने बताया कि, मोहल्ले के लोगों से उन्हें 6 अप्रैल को बेटी के जलने की खबर मिली। इसके बाद वे यहां पहुंचे हैं। वहीं, नीतू के बेटे ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि, उसकी आंखों के सामने ही दादा-दादी, पिता और बुआ ने मिलकर मां को मिट्टीतेल डालकर जलाया। परिजनों ने बताया था कि नीतू 90 फीसदी जल चुकी है और उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं है। वहीं, आज पीड़ित महिला ने दम तोड़ दिया।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *