गैंगरेप केस में नक्सल पोस्टर, सभी दरिंदे को बचाने का आरोप

राजनांदगांव। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सलियों ने एक सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर पुलिस कार्रवाई पर जहां असंतोष जाहिर किया है, वहीं जिम्मेदार लोगों पर अपना आक्रोश जाहिर किया है। बालाघाट जिले के सोनगुड्डा, उकुवा, रूपझर इलाके में नक्सलियों ने गुरुवार को बैनर-पोस्टर लगाकर सामूहिक बलात्कार की घटना पर जिम्मेदारों को बचाने का आरोप लगाया है। गोंदिया-राजनांदगांव-बालाघाट डिविजन के प्रवक्ता गोपाल मेश्राम ने दुगलई सामूहिक बलात्कार की घटना की कड़ी निंदा की। वहीं प्रवक्ता ने पर्चे के जरिये मोदी सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को एक पाखंड बताया। 2

3 अप्रैल 2025 को हट्टा थाना क्षेत्र के बिठली पंचायत के अंतर्गत दुगलई में एक सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया था। जिसको लेकर नक्सलियों ने पर्चे फेंके हैं। नक्सल संगठन ने आरोप लगाया कि बालाघाट में सुरक्षा बलों और उनके द्वारा पोषित असामाजिक तत्वों के जरिये आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार और गलत व्यवहार किया जा रहा है। जिसमें एक गांव की एक महिला के साथ बलात्कार का प्रयास करने वाले तथा एक आदिवासी छात्रावास में घुसकर हाकफोर्स द्वारा अधीक्षिका से बदसलूकी करने समेत कई मामलों का पर्चों में जिक्र है।

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