बलौदा बाजार। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में आज जिला अस्पताल परिसर में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन, अक्षमता एवं विकृति सुधार शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य कुष्ठ रोगियों की पहचान, उपचार, पुनर्वास तथा विकलांगता से ग्रस्त मरीजों की सुधारात्मक सर्जरी की सुविधा प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी_ तथा जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. नवदीप बांधे के नेतृत्व में रजत जयंती के अवसर पर संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है, ताकि देश को कुष्ठ-मुक्त बनाया जा सके।
शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने कुष्ठ रोग से प्रभावित मरीजों की जांच की, उनके लिए सर्जिकल परामर्श तथा शारीरिक पुनर्वास संबंधी सलाह दी। साथ ही विकलांगता रोकथाम व उपचार की आधुनिक तकनीकों की जानकारी डॉ मुक्तानंद साहू एवं डॉक्टर आंचल पटेल के द्वारा दी गई देवेंद्र पटेल अंजलि साहू धर्मेंद्र जायसवाल के द्वारा मार्गदर्शन दिया गया
जिनमें से कई मरीजों को आगे उपचार हेतु विशेष केंद्र भेजा गया। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को यह भी बताया गया कि कुष्ठ रोग का समय पर इलाज पूरी तरह संभव है और यह रोग किसी को छूने से नहीं फैलता।
शिविर के दौरान जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसमें बैनर, पोस्टर और पंपलेट के माध्यम से “कुष्ठ रोग को हराना है – समाज को जागरूक बनाना है” संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, नगर पंचायत प्रतिनिधि, समाजसेवी संगठन कराओके संस्कार सेवा फाउंडेशन क्लब और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के शिविरों से समाज में जागरूकता बढ़ेगी और रोगमुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। कराओके संस्कार सेवा फाउंडेशन के सदस्य राजेश वैष्णव संजय नारायण की केशरवानी दिलीप माहेश्वरी श्रद्धानंद अग्रवाल पुरुषोत्तम सोनी अजय श्रीवास राजेश त्रिपाठी योगेश अग्रवाल एवं वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास विशेष तौर पर उपस्थित थे, कंबल का भी वितरण किया गया.