नमन फाउंडेशन एनजीओ ने उद्योग स्थापना के विरोध में एस डी एम को सौपा ज्ञापन 

गोदावरी पावर एवं इस्पात लिमिटेड ग्राम सरोरा में आहूत जनसुनवाई का विरोध।

तिल्दा-नेवरा, गोदावरी पावर एंड इस्पात संयंत्र को लेकर आहूत जनसुनवाई का नमन फाउंडेशन एनजीओ ने कड़ा विरोध किया है। इस मामले को लेकर अनुविभागीय अधिकारी तिल्दा को ज्ञापन सौंपा गया है। नमन फाउंडेशन के अध्यक्ष ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड के द्वारा जनसुनवाई के लिए जो तहसील कार्यालय में आवेदन किया है उसे पर कौन से खसरा नंबर में उद्योग स्थापित होना है उसको नहीं दर्शाया गया है जो की कंपनी प्रबंधन का लोगों को गुमराह करने की मंशा साफ नजर आती है नमन फाउंडेशन के अध्यक्ष का कहना है कि इस उद्योग की स्थापना से सैकड़ो की तादात में वृक्षों की कटाई की जाएगी जिससे पर्यावरण को कितना नुकसान होगा इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता इतने भारी उद्योग लगने से पर्यावरण को बहुत ही नुकसान होगा आसपास के ग्राम में निवासरत ग्रामीण जो खेती पर निर्भर है उनके उपज पर भी काफी बुरा असर पड़ेगा एवं लोगों के स्वास्थ्य पर भी इस भारी उद्योग का असर साफ देखने को मिलेगा सरोरा क्षेत्र के आसपास लगभग तीन-चार बड़े-बड़े उद्योग लगा हुआ है जिससे ग्रामीण काफी नाखुश है एवं उनके स्वास्थ्य पर गहरा असर भी पड़ता दिखाई दे रहा है और सबसे बड़ी मुद्दा है कि स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार न मिलाना बड़ी-बड़ी कंपनियां लगने से पहले बड़ा-बड़ा वादा करते हैं कि उद्योग की स्थापना होने के बाद हम लोगों को रोजगार मुहैया कर आएंगे लेकिन सब कहने की बात रहती है स्थानीय व्यक्ति को रोजगार के नाम पर सिर्फ और सिर्फ झुनझुना पकड़ा दिया जाता है जिन ग्रामीणों के जमीन पर यह उद्योग स्थापित होता है उन लोगों को उनका लाभ नहीं मिल पाता है समाजसेवी संस्था के द्वारा बताया गया कि इस लड़ाई को आगे तक ले जाने के लिए संस्था के द्वारा जनहित याचिका लगाई जाएगी एवं छत्तीसगढ़ सरकार से भी निवेदन किया जाएगा कि वृहद‌स्तर के भारी उद्योग को लगाने की अनुमति न दिया जाए.

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