पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना (Panna) जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत बृहस्पतिकुंड प्राकृतिक जलप्रपात में 16 सितंबर को पैर फिसलने से डूबे मेडिकल स्टूडेंट का दूसरे दिन यानी आज 17 सितंबर को सुबह लगभग 9 बजे शव मिला है।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कानपूर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से लगभग 10 से 12 मेडिकल स्टूडेंटों का ग्रुप पिकनिक मनाने के लिए बृहस्पतिकुंड पहुंचा था। इसी दौरान उत्कर्ष तिवारी उम्र लगभग 18 वर्ष का पैर फिसलने से वह बृहस्पति कुंड में डूबने लगा। एक अन्य युवक उत्कर्ष को बचाने के लिए पहुंचा लेकिन वह भी डूबने लगा, जिससे वह अपना बचाव करते हुए वापस निकल आया। लेकिन उत्कर्ष तिवारी नहीं बच सका।
घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों और बृजपुर थाना पुलिस को दी गई। कलेक्टर के निर्देश पर होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट एसबी पाण्डेय के मार्गदर्शन में एवं प्लाटून कमांडर सतपाल जैन के नेतृत्व में रात में ही एसडीईआरएफ टीम बृहस्पति कुंड पहुंच गई। 17 सितंबर को सुबह रेस्क्यू शुरू हुआ। जिसके बाद 9:00 बजे पानी में डूबे उत्कर्ष तिवारी का शव मिल गया। जिसे एसडीईआरएफ टीम द्वारा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है।
बतादें कि जिले में बीते 2 दिनों में पानी में डूबने की 3 घटनाएं सामने आई हैं। जिनमें 3 के शव निकाले जा चुके हैं। वहीं केन नदी के मड़ला पुल से कूदे युवक का अभी तक कुछ पता नहीं चला है। हीरों वीरों झरनों झीलों और बाघों के लिए विश्व विख्यात पन्ना जिले में हजारों लोग यहां घूमने एवं प्राकृति के नजारों का आनंद लेने और पिकनिक मनाने आते हैं। जहां लापरवाही की वजह से इस प्रकार की घटनाएं सामने आ रही हैं।
वही प्रशासन के द्वारा लगातार लोगों से सावधानी बरतने और नदी नाले के ज्यादा नजदीक न जाने की अपील की जारी है। बाबजूद इसके लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे है। होमगार्ड प्लाटून कमांडर सतपाल जैन ने लोगों से अपील की है कि प्राकृतिक नजारों झरनों झीलों का दूर से आनंद ले। पास जाकर इन दृश्यों के साथ सेल्फी लेने की कोशिश ना करें। ऐसा करना घातक साबित हो सकता है।