आईए जानते हैं डॉक्टर नायक से स्पाइनल ट्यूबरक्लोसिस के बारे में

क्या होता है पॉट्स स्पाइन ?

यह ट्यूबरक्लोसिस का एक प्रकार है, जिसमें रीड की हड्डी में टीवी के बैक्टीरिया फैलने की वजह से हड्डी का गलना तथा ऊतकों में सूजन और नसों का दब जाना होता है |

स्पाइन ट्यूबरक्लोसिस के मुख्य लक्षण क्या होते हैं ?

स्पाइनल ट्यूबरक्लोसिस में मुख्य रूप से कमर में दर्द जो की रात में तथा भारी काम करने के बाद अत्यधिक बढ़ जाता है, कमर में अकड़न पैरों में सुन्नता |

क्या इससे पैरों में कमजोरी हो सकती है?

स्पाइनल ट्यूबरक्लोसिस की वजह से ऊतकों में सूजन की वजह से नसों में दबाव बढ़ जाता है जिसकी वजह से पैरों मैं कमजोरी तथा पैरों का चलना बंद भी हो सकता है |

क्या होते हैं कारण?

टीवी के बैक्टीरिया मुख्य रूप से फेफड़ों से होते हुए रीड की हड्डी तक पहुंचते हैं |

स्पाइनल ट्यूबरक्लोसिस के बारे में पता कैसे लगाए?

मरीज की प्रारंभिक जांच तथा लक्षणों के आधार पर, एक्स-रे और mri इमेजिंग टेस्ट टीवी के बैक्टीरिया की पुष्टि हेतु स्पाइनल फ्लूइड या मवाद की जांच के द्वारा |

क्या होता है इसका उपचार?

अगर बीमारी प्रारंभिक अवस्था में पता चल जाता है तो टीवी की दवाइयां ( एंटीबायोटिक) मुख्य रूप से इलाज होता है जो की 12 से 18 महीने तक दी जाती है स्पाइन की सर्जरी मूल रूप से पैरों में सुन्नता तथा पैरों की ना चल पाने, हड्डी के गल जाने के कारण स्पाइनल इंस्टेबिलिटी की केस में की जाती है |

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