किरंदुल पाधापुर मुक्तिधाम के अधूरे निर्माण कार्य और बैलाडीला में आधुनिक श्मशान घाट की स्थापना को लेकर लंबे समय से उठ रही मांगों को आखिरकार प्रशासनिक संज्ञान मिला है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रवेश कुमार जोशी द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को भेजी गई विस्तृत शिकायत (पंजीकरण क्रमांक: PMOPG/E/2025/0098703) पर अब ठोस कार्यवाही शुरू हो चुकी है।
मामला यह था कि जोशी ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि दिनांक 03.09.2024 को 39.70 लाख की प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बावजूद, अब तक केवल ₹10.36 लाख का कार्य ही पूर्ण हुआ है। उन्होंने मुक्तिधाम में पाँच प्रमुख सुधारों की मांग की थी,पुराने शेड को मजबूत संरचना से बदलना,अंतिम संस्कार सामग्री हेतु समर्पित टैंक का निर्माण,रात्रिकालीन अंतिम संस्कार हेतु विद्युत/सौर लाइट की व्यवस्था,स्वच्छता और हरियाली के लिए भू-दृश्य उद्यान,”मुक्तिधाम” अंकित लोहे के द्वार की स्थापना,साथ ही, बैलाडीला क्षेत्र में एक आधुनिक, स्वच्छ और सांस्कृतिक रूप से सम्मानजनक श्मशान घाट की स्थापना की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई थी।
PMO से प्राप्त शिकायत के आधार पर, जिला प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागों को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया है। नगरपालिका परिषद किरंदुल द्वारा संयुक्त कलेक्टर को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि पाधापुर मुक्तिधाम का विकास कार्य पूर्व में जनपद पंचायत दंतेवाड़ा द्वारा प्रस्तावित किया गया था, और अब इसे आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रवेश कुमार जोशी ने प्रधानमंत्री कार्यालय, छत्तीसगढ़ प्रशासन और जिला कलेक्टर का उचित कार्यवाही के लिए आभार व्यक्त किया है। उन्होंने प्रार्थना के साथ आशा जताई है कि नगरवासियों को दीपावली से पूर्व ही एक स्वच्छ, सुसज्जित और सम्मानजनक मुक्तिधाम की सुविधा प्राप्त होगी। साथ ही, बैलाडीला में आधुनिक श्मशान घाट की स्थापना से क्षेत्रीय नागरिकों को लंबे समय से चली आ रही असुविधाओं से राहत मिलेगी।
यह पहल न केवल एक बुनियादी आवश्यकता की पूर्ति है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के बीच सहयोग की मिसाल भी बन रही है। उम्मीद है कि यह कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण होकर जनसेवा का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करेगा।