किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति अभाग्य का कारण बनती है और उसे आर्थिक, शारीरिक, संतान, वैवाहिक जीवन आदि में समस्याओं से गुजरना पड़ता है. गुरु को सफलता और उदारता का ग्रह भी कहा गया है. ऐसे में यदि गुरु ग्रह कमजोर हो तो इससे व्यक्ति आलसी हो जाता है और उसे आसानी से सफलता नहीं मिलती है.
जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर है. उनके जीवन में कई तरह की परेशानी और संकट आ जाते हैं और आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको कुछ उपायों के बारे में करने से कुंडली में गुरु मजबूत होगा.
- गुरु पूर्णिमा के दिन प्रातः काल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. उसके बाद भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा करें. पूजा के बाद, गरीबों और जरूरतमंदों को पीले वस्त्र, दाल, चना, घी, गुड़ आदि का दान करें.
- गुरु पूर्णिमा के दिन पीले रंग का वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति को पीले फूल, फल और मिठाई अर्पित करें. इसके बाद, अपने गुरुजनों को पीले रंग का वस्त्र दान करें.
- गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु यंत्र की स्थापना करके उसकी विधिपूर्वक पूजा करें. गुरु यंत्र को पीले रंग के कपड़े पर स्थापित करें और उस पर चंदन, हल्दी, कुमकुम और गंगाजल से स्वस्तिक बनाकर पूजा करें. इसके बाद, गुरु यंत्र मंत्र का 108 बार जाप करें.
- गुरु पूर्णिमा के दिन किसी गुरु मंदिर में जाकर दर्शन करें और भगवान बृहस्पति की आरती उतारें. मंदिर में गुरु ग्रह से जुड़ी वस्तुओं, जैसे कि पीले फूल, फल, मिठाई, दाल-चावल आदि का दान करें.
- गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार का व्रत रखना अत्यंत शुभ माना जाता है. गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनें, भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा करें और केले का प्रसाद अर्पित करें.