रायपुर मंडल में दिनांक 27 जनवरी 2025 से दिनांक 03 फरवरी 2025 तक इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन के 100 गौरवशाली वर्ष सप्ताह मनाया जा रहा है, इस अवसर को यादगार बनाने हेतु दिनांक 22 जनवरी 2025 को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश महोदय द्वारा इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन के 100 गौरवशाली वर्षो के आयोजन बैनरो का शुभारंभ किया गया एवं रामेन्द्र तिवारी, प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर द्वारा इस आयोजन को बडे पैमाने पर मनाने की अपील की गई है।
रायपुर मंडल से मंडल रेल प्रबंधक दयानंद द्वारा विविध कार्यक्रमो का शुभारंभ किया गया इस अवसर पर वरि.मंडल विद्युत इंजीनियर/कर्षण/रायपुर प्रतीक मिश्रा, वरि.मंडल विद्युत इंजीनियर/परि./रायपुर अनुराग तिवारी, वरि. मंडल विद्युत इंजीनियर/चल स्टां एवं सा/रायपुर महावीर कुमार जैन, मंडल विद्युत इंजीनियर/कर्षण/रायपुर विवेक कुमार एवं मंडल विद्युत इंजीनियर/निर्माण/रायपुर प्रसून बोपचे उपस्थित रहे। बैनर को रायपुर मंडल के कार्यालयो, सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनो, कोचिंग डिपो दुर्ग, विद्युत लोको शेड भिलाई, डीजल लोको शेड रायपुर, वैगन रिपेयर शांप रायपुर व अन्य स्थानो पर लगाकर प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया गया।
इस आयोजन के दौरान विद्युत विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन आयोजित कि जा रही है जैसे कि ड्राइ्रग प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, सेमिनार, निबंध लेखन इत्यादि कार्यक्रम आयोजित कि जा रही है जिसमें रेल कर्मचारी एवं उसके परिवारजनो द्वारा बढ-चढकर हिस्सा लिया जा रहा है। मंडल के सभी क्रू लॉबी कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन प्रभात फेरी निकला जा रहा है एवं रेलवे स्टेशनो में आम नागरिको को इस उपलब्धि से अवगत कराया जा रहा है।
पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी हायर सेकंडरी स्कूल डब्लू आर एस कालोनी के 9 वी एवं 11 वी के छात्र-छात्राओं को मंडल कार्यालय स्थित कंट्रोल आफिस का दौरा कराया गया एवं ट्रैक्शन पावर कंट्रोल तथा स्काडा सिस्टम के कार्य के साथ ही साथ भारतीय रेलवे में सन 1925 से 2025 तक विधुत ट्रैक्शन के कार्यकाल से भी अवगत कराया गया । इसी तरह रेलवे स्कूल बीएमवाई में स्कूली छात्र- छात्राओं को 50 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट भिलाई का दौरा कराया गया एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में विधुत ट्रैक्शन सप्लाई की जानकारी प्रदान की गई।
विगत तीन वर्ष 2021-22, 2022-23 एवं 2023-24 में क्रमश: 75.289 किलोमीटर, 38.541 किलोमीटर एवं 70.198 किलोमीटर विद्युतीकरण का कार्य रायपुर डिवीज़न मे पूर्ण किया गया, जो की दिसम्बर 2024 मे अंतागढ़-ताड़ोकी सेक्शन चार्ज होने से पूर्ण हुआ I पहले सेक्शन को 1×25 केवी से उर्जित किया जाता था, परन्तु रेल्वे बोर्ड के दिशानुशार भानुप्रतापुर-ताड़ोकी सेक्शन को नवीनतम टेक्नोलॉजी 2×25 केवी से उर्जित किया गया हे I
पिछले दस वर्षो में शत प्रतिशत ऊपरी उपस्कर विद्युतीकरण के कारण 7 करोड़ लीटर डीजल एवं 5 करोड़ किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन कम किया गया हैI चरोदा भिलाई में 50 मेगावाट सोलर प्लांट से विद्युत उत्पादन दिनांक 22 अप्रैल 2023 से चालू है I वर्ष 2023-24 में 7.74 करोड़ यूनिट विजली का उत्पादन किया गया तथा 63 हजार टन कार्बन उत्सर्जन कम किया गया हैI वर्ष 2024-25 में 12.99 करोड़ यूनिट विजली उत्पादन किया गया तथा 54 हजार टन कार्बन उत्सर्जन कम किया गया हैI कार्बन उत्सर्जन कम होने से पर्यावरण प्रदूषण रोकने मे काफी मदद मिली हैI
रायपुर मंडल के अस्तित्व में आने के उपरांत मंडल में विद्युत लोको से ट्रेन परिचालन में निरंतर वृद्धि हुई है। वर्ष 2003-04 की अवधि कि तुलना में, मंडल परिक्षेत्र मे प्रत्येक उपलब्ध विद्युत लोकोमोटिव द्वारा औसतन प्रतिदिन कार्य किए गए किलोमीटर के आंकड़ों मे वर्तमान समय में 97.38% की वृदधी हुई है। ये आँकड़े प्रचालन में डीजल पर निर्भरता समाप्त करने एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक उत्कृष्ट उपलब्धि हैं।
वर्ष 2003-04 की अवधि में जहां मंडल परिक्षेत्र मे प्रतिक्षण औसतन 38.47 विद्युत लोकोमोटिव परिचालन हेतु उपलब्ध रहते थे वहीं वर्तमान में 138.16 विद्युत लोकोमोटिव परिचालन हेतु उपलब्ध रहते हैं। ये लोकोमोटिव कम व्यय में अधिक मालवाहन सुनिश्चित करते हैं जिससे राष्ट्र को आर्थिक लाभ होता है।
पूर्व में WAG-5, WAG-7, WAM-4, WAP-4 लोकोमोटिव का उपयोग गाड़ियों के परिचालन हेतु किया जाता था। जिनके स्थान पर वर्तमान में WAG-9, WAP-7, WAG-12 का उपयोग मंडल द्वारा किया जाता है। इन लोकोमोटिव की विशेषता यह है की यह ब्रेकिंग के समय ऊर्जा पुनर्जनन सुनिश्चित करते है तथा परिचालन के व्यय को काम करते है।
यात्री गाड़ियों में उपयोग लाए जाने वाले अत्याधुनिक लोकोमोटिवए अपने आप में 25 यात्री डिब्बों में विद्युत आपूर्ती करने में सक्षम है जिससे की रायपुर मंडल से प्रारंभ होने वाली गाड़ियों में डीजल से चलने वाले जनरेटर कारों की आवश्यकता नाममात्र रह गई है।
100 वर्ष पूर्व 03 फरवरी सन् 1925 को बाम्बे विक्टोरिया टर्मिनस से कुर्ला हार्बर स्टेशन तक इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन रेल सेवा का प्रथम शुरूआत किया गया था तथा भारतीय रेलवे के नेटवर्क में इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन विद्युतीकरण का कार्य 100 प्रतिशत इसी आयोजन के साथ पूर्ण हो रहा है, यह भारतीय रेल के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है एवं सौभाग्य कि बात है।