कॉलेज के गहरे दोस्त कैसे बन गए जानी दुश्मन

दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुए शूटआउट ने पूरी राजधानी को हिलाकर रख दिया। इस घटना में हत्या, अपहरण, फिरौती और पुलिस पर हमला करने के आरोपी जितेंद्र गोगी को वकील के कपड़ों में आए दो हमलावरों ने गोली मार दी। इस घटना में गोगी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और इसके साथ ही उस पर हमला करने वाले दोनों लोगों को भी पुलिस ने ढेर कर दिया। अचानक हुए इस वारदात की बुनियाद काफी पहले रखी जा चुकी थी। जितेंद्र गोगी का खौफ एनसीआर के अलावा हरियाणा में भी था। दिल्ली के अलीपुर के रहने वाले इस बदमाश पर दोनों जगह हत्या और लूट के कई मामले दर्ज थे। गोगी को पुलिस ने पिछले साल गुरुग्राम से काबू किया था, तब उस पर आठ लाख रुपये का इनाम था।

कॉलेज के दिनों में हुए दोस्ती के बीच आई वर्चस्व की लड़ाई
गैंगस्टर जितेंद्र गोगी और टिल्लू ताजपुरिया पहले काफी अच्छे दोस्त हुआ करते थे। आज से करीब पांच-छह साल पहले उनकी यह दोस्ती दुश्मनी में बदली थी। दोनों ही हिस्ट्रीशीटर बदमाश एक दूसरे को मारने की किसी भी मौके को छोड़ते नहीं थे। इनका खौफ इतना था कि ये दोनों ही जेल में हों या बाहर इनके बीच की रंजिश में कभी कोई अंतर नहीं आया। जिस गैंग के शूटरों ने जितेंद्र गोगी को मारा है वह टिल्लू ताजपुरिया के आदमी बताए जा रहे हैं। हालांकि टिल्लू अभी जेल में बंद है, उस पर हत्या, लूट जैसे गंभीर दर्जनों मामले दर्ज हैं। इन दोनों दोस्तों के बीच विवाद का कारण था वर्चस्व कायम करना।

इन गैंगवारों में दर्जनों बदमाशों की मौत
दोनों ही प्रॉपर्टी और रंगदारी के कारण चर्चा में रहे और फिर इनके बीच एक दूसरे के काम में दखल से दुश्मनी शुरू हो गई। इसके बाद से ही ये लोग हर समय एक दूसरे को मारने की कोशिश करते रहते थे। पिछले कुछ सालों में इनके बीच बीस से अधिक गैंगवॉर हो चुकी हैं। इन गैंगवारों में दर्जनों बदमाशों की मौत भी हुई। लेकिन बताया जाता है कि टिल्लू के एक करीबी राजू की हत्या के बाद से ये दुश्मनी और अधिक हो गई। उसी समय से टिल्लू गैंग के लोग गोगी को जान से मारने की कोशिश में लगे हुए थे।

हरियाणवी गायिका की हत्या कर गोगी आया चर्चा में
अक्तूबर 2017 में सोनीपत के गांव नाहरा-नाहरी निवासी हरियाणवी गायिका एवं डांसर हर्षिता दहिया (23) स्वतंत्र नगर नरेला, दिल्ली की चमराड़ा व काकोदा के बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह एक कार्यक्रम से अपनी आई-10 कार में अपने ड्राइवर और दो अन्य सहयोगियों के साथ वापस जा रही थी। कार जैसे ही चमराड़ा गांव से काकोदा की तरफ चली तो पीछे से काले रंग की फोर्ड फिगो गाड़ी आई और उनकी गाड़ी के आगे अड़ा दी।

कुछ ऐसे थे इनके काले कारनामे
19 फरवरी 2020 में गोगी और उसके साथियों ने टिल्लू गैंग का साथ देने के शक में पवन व अंचिल ठाकुर नामक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। ठाकुर को 26 गोलियां मारी गई थी। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।
तिहाड़ जेल में रहने के दौरान गोगी ने दुबई के कारोबारी से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी । इसके अलावा उसके गैंग में काफी शूटर बताए गए है। गोगी अपने गैंग में ज्यादातर युवाओं को ही भर्ती करता था।
गोगी ने साथियों के साथ पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल से पुलिस की हिरासत से साथी गैंगस्टर को भगा लिया था। हालांकि बाद में उस बदमाश का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था।

 

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