जशपुरनगर। जिला मुख्यालय में गुरुवार को जैन समाज द्वारा जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर महावीर भगवान के जन्म कल्याणक के पावन अवसर पर
ऐतिहासिक रूप से श्रद्धा और उल्लास के साथ उनकी जयंती मनाई गई। इस विशेष अवसर पर प्रातः काल मे मंदिर जी मे श्री जी का अभिषेक पूजन एवं शांति धारा की गई तत्पश्चात नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें समाज के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने पारंपरिक परिधानों में भाग लिया और अहिंसा, सत्य और शांति का संदेश जन-जन तक पहुंचाया।
शोभायात्रा श्री दिगंबर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों—बस स्टैंड, पुरानी टोली, जिला अस्पताल रोड, बालाजी मंदिर रोड, महाराजा चौक, सन्ना रोड और बिरसा मुंडा चौक से होते हुए पुनः मंदिर पहुंची। रथ में विराजमान भगवान महावीर स्वामी की झांकी के साथ समाज के युवाओं ने उनके उपदेशों का प्रचार किया।दोपहर में मंदिर में भगवान महावीर का विधिवत अभिषेक एवं शांतिधारा की गई। समाज के लोगों ने उनके सिद्धांतों पर चलने का संकल्प दोहराया। इस अवसर पर विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ।
ऐतिहासिक पल: पहली बार एक साथ 42 साध्वी माताओं का मिला सानिध्य
समाज के अध्यक्ष प्रवीण जैन एवं मंत्री दिलीप जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बार की महावीर जयंती जशपुर जैन समाज के लिए विशेष बन गई जब समाज के इतिहास में पहली बार एक साथ 42 साध्वी माताओं का सानिध्य प्राप्त हुआ। आचार्य विद्यासागर जी महाराज की शिष्या आर्यिका गुरु मति माताजी एवं दृढ़ मति माताजी ससंघ का मंगलवार को जशपुर आगमन हुआ था। उन्हीं के सानिध्य में यह पावन आयोजन संपन्न हुआ।महावीर जयंती का यह आयोजन जशपुर नगर के जैन समाज के लिए न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध रहा, बल्कि इसे एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
विशाल भंडारे का आयोजन
महावीर जयंती के शुभ अवसर पर जैन समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह शोभायात्रा से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा के पश्चात दोपहर 11 बजे से जैन मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं और आमजन के लिए स्वादिष्ट एवं विविध व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ जनों और युवाओं ने मिलकर सेवा कार्य में भाग लिया। आयोजन में समाज के सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और महावीर स्वामी के आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।
छोटे बच्चों में दिखा उत्साह
महावीर जयंती को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। रंग-बिरंगे परिधान पहनकर बच्चे मंदिर पहुंचे थे और शोभायात्रा में ने झाँकियों में भाग लिए। इसके साथ ही मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया,जिसमे भी बच्चो ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। समाज के मीडिया प्रतिनिधि मनोज जैन ने कहा कि महावीर जयंती के इस पावन पर्व पर बच्चों का यह जोश और उत्साह देखकर यह स्पष्ट होता है कि आने वाली पीढ़ी भी हमारे महान आध्यात्मिक विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने को तत्पर है।
विद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम
जैन विद्यालय में महावीर जयंती के शुभ अवसर पर एक अत्यंत प्रेरणादायक, भव्य और सृजनात्मक माहौल में चित्रकला और कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की सचिव स्वाति जैन ने बताया कि यह आयोजन न केवल छात्रों की प्रतिभा को मंच देने वाला रहा, बल्कि उनके मन-मस्तिष्क में भगवान महावीर के सिद्धांतों की अमिट छाप छोड़ गया।