नई दिल्ली, अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 950 रुपये बढ़कर 97,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु 1,000 रुपये बढ़कर 97,100 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। सोमवार को 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत वाले सोने की कीमत 3,400-3,400 रुपये की भारी गिरावट के साथ क्रमश: 96,550 रुपये और 96,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। इस बीच, चांदी की कीमत 250 रुपये की गिरावट के साथ 99,450 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जबकि पिछले दिन यह 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा, “अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध में विराम के बाद सुरक्षित निवेश की मांग कम होने से सोने की कीमतों में तेज गिरावट के बाद फिर से तेजी आई है।” अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ को 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत करने पर सहमति जताई, जबकि चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया। मेहता ने कहा कि टैरिफ में इस राहत से वैश्विक बाजारों में कुछ शांति आई, जिससे इक्विटी में तेजी आई और पिछले दो दिनों में सोने में गिरावट आई। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 3,253.38 डॉलर प्रति औंस पर बोला गया। कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च की एवीपी कायनात चैनवाला ने कहा, “सोने में सोमवार को 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जो लगभग दो सप्ताह में सबसे कम बंद हुआ। हालांकि, मंगलवार को धातु में थोड़ी तेजी आई और यह 3,240 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गया।” उन्होंने कहा कि यमन में हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर इजरायली हवाई हमलों की खबरों के बीच सुरक्षित पनाहगाह की मांग उभरी। एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट – कमोडिटी और करेंसी, जतीन त्रिवेदी ने कहा कि बाजार सहभागी आज बाद में आने वाले अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़ों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। त्रिवेदी ने कहा कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है और बदले में सोने की चाल को प्रभावित कर सकता है।