रायपुर, देश के प्रमुख एफएमसीजी समूहों में से एक धर्मपाल सत्यपाल ग्रुप (डीएस ग्रुप) ने अपनी लोकप्रिय ब्रांड पल्स को लेकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा की है वित्त वर्ष 2024-25 में पल्स कैंडी ने उपभोक्ता मूल्य पर 750 करोड़ से अधिक की बिक्री दर्ज की है यानी एक साल में 750 करोड़ पल्स कैंडीज़ बिकीं जिससे यह भारत की सबसे ज़्यादा वितरित हार्ड बॉयल्ड कैंडी बन गई है। यह उपलब्धि पिछले 9 वर्षों से पल्स की मज़बूत मार्केट लीडरशिप और उपभोक्ताओं के बीच इसकी स्थायी लोकप्रियता को दर्शाती है।
डीएस ग्रुप के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा पल्स को हम एक अग्रणी भारतीय पारंपरिक मिठाई ब्रांड के रूप में विकसित कर, इसे बहु-फॉर्मेट और बहु-उपयोग अवसरों वाला उत्पाद बनाना चाहते हैं। हम इसके लिए संबंधित उत्पाद श्रेणियों में विस्तार, नए फॉर्मेट्स की खोज और क्षेत्रीय स्वादों के अन्वेषण पर ध्यान देंगे। ब्रांड बिल्डिंग, उपभोक्ता जुड़ाव और गहरी बाज़ार पैठ हमारी प्राथमिकताएं हैं। हम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में विस्तार को लेकर आक्रामक हैं। भारत में हमारी वितरण श्रृंखला 35 लाख से अधिक दुकानों तक पहुँच चुकी है।
श्री कुमार ने आगे कहा, फ्रूटी और खट्टे स्वादों के संगम से बनी पल्स, खासकर कच्चे आम के मसालेदार कोर के साथ, एक अनोखा स्वाद अनुभव देती है। यह भारतीय स्वाद पसंदों के अनुरूप था और उस समय प्रचलित वेस्टर्न-स्टाइल कैंडीज़ से अलग था। पल्स का 1 का मूल्य निर्धारण एक साहसिक कदम था, जब 86प्रतिशत हार्ड बॉयल्ड मार्केट 50 पैसे के मूल्य बिंदु पर था। इससे न केवल मूल्य में बल्कि मूल्य अनुभव में भी बढ़ोतरी हुई, जो उपभोक्ताओं को भाया।”