जशपुरनगर। जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड स्थित माध्यमिक शाला आस्ता में शिक्षकों के साथ अंबेडकर जयंती मनाई गई। अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्त्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 4 संकुलों से आस्ता, बहेरना, राझाडीपा एवं अंधरझर के सीएससी साथ ही प्राथमिक शाला, उच्चतर माध्यमिक शाला के 31 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य अंबेडकर जयंती के माध्यम से शिक्षा तथा राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदानों के प्रति शिक्षक साथियों में समझ विकसित करना था। ताकि उन्हें अपने शैक्षिक कार्यों में बेहतर प्रेरणा मिले।
कार्यक्रम के आरंभ में राझाडीपा एवं आस्ता संकुल के सीएससी ने सभी शिक्षिकाओं एवं शिक्षकों का स्वागत किया गया ततपश्चात अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के मुकेश ने संस्था की ओर सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए डॉक्टर अंबेडकर का जीवन परिचय एवं विविध क्षेत्रों में उनके योगदानों को विस्तारपूर्वक रेखांकित किया। साथ ही शिक्षा में उनके योगदानों को रेखांकित करते हुए शिक्षक के तौर पर स्कूली एवं कक्षागत प्रक्रियाओं में बच्चों के सामाजिक एवं भावनात्मक विकास के साथ-साथ संवैधानिक मूल्यों पर कार्य किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों- स्वतंत्रता, समानता एवं बंधुत्व के मूल्यों के अनुरूप बच्चों के जीवन व्यवहार में शामिल करने तथा बच्चों में वैज्ञानिक व तार्किक सोच, आलोचनात्मक विवेक विकसित करने पर स्पष्टता बनाने का प्रयास किया गया।
इसके उपरांत अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के चंद्रदेव के द्वारा अंबेडकर जयंती पर केंद्रित डिजिटल पोस्टर को प्रदर्शित करते हुए उस पर बारी-बारी से शिक्षकों के साथ चर्चा की, इस चर्चा के बाद सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को बारी-बारी से अपने विचार रखने हेतु आमंत्रित किया गया। चर्चा के अंत में अंबेडकर पर केंद्रित कुछ महत्त्वपूर्ण पुस्तकों के बारे में उन्हें बताया गया। सीएससी ने आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।