सक्ती- भारत के प्रथम कानून मंत्री डा. अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस आज 6 दिसंबर सोमवार को डिजिटल विद्यालय पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षकों व विद्यार्थियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस संबंध में नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने विद्यार्थियों को बताया कि भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार डा. भीमराव रामजी अंबेडकर की आज 65 वीं पुण्यतिथि है। उनका निधन वर्ष 1956 में 6 दिसंबर के दिन हुआ था। वेे भारती बहुज्ञ, विधिवेता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक के रूप में जाने जाते थे। बाबा साहेब अंबेडकर ने बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया था साथ ही अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरोध में बड़े अभियान की भी शुरुआत की थी। श्रमिकों से लेकर किसान और महिलाओं के अधिकार के वो लड़े भी थे और उनका जमकर समर्थन भी किया था। आंबेडकर ने अपना पूरा जीवन जातिवाद को खत्म करने, गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए अर्पित किया था। उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर प्रधान पाठक भानूप्रताप महाराणा, शिक्षक कन्हैया लाल मरावी, राजेश कुमार सूर्यवंशी सहित विद्यार्थियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की