रायपुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के जर्मनी में भारत की चुनावी प्रक्रिया और लोकतंत्र पर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे चुनाव हारने या भ्रष्टाचार मामलों में कार्रवाई होने पर दोष ईवीएम या एजेंसियों पर मढ़ने के लिए विदेशों का रुख करते हैं। रायपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए विजय शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी जर्मनी जाकर जांच एजेंसी से पीड़ा की बातें उठा रहे हैं, जबकि उन्हें यह मुद्दा भारत के सामने उठाना चाहिए था, जहां जनता निर्णायक भूमिका निभाती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “भारत की जनता फैसला करेगी कि क्या उचित है और क्या अनुचित। बर्लिन जाकर सवाल उठाने से क्या साबित होगा। अगर बर्लिन से उनका मन नहीं भरेगा तो वे इटली चले जाएंगे। चुनाव हार जाते हैं तो ईवीएम पर दोष देते हैं, भ्रष्टाचार पर कार्रवाई होती है तो ईडी में गड़बड़ी बताते हैं। अपनी गड़बड़ी कब मानोगे?”
विजय शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी का बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पीएम मोदी की राष्ट्रवादी विचारधारा से असहमति नहीं की जा सकती। उपमुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार संविधान और लोकतंत्र को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने का काम कर रही है। “छत्तीसगढ़ में पहले कई इलाकों में संविधान का पालन नहीं होता था। आज लगभग हर जगह संविधान का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है,” उन्होंने कहा। उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को यह आवश्यकता नहीं है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी नेतृत्व का यह भी मानना है कि राहुल गांधी का बर्लिन बयान राजनीतिक पैंतरेबाज़ी के सिवाय और कुछ नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि देश की जनता अब सभी राजनीतिक दावों और आरोपों को भांप रही है और ऐसे बयान देश की लोकतांत्रिक छवि पर सवाल खड़े करते हैं। विजय शर्मा ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस और सीपीआई जैसे विपक्षी दलों को सत्य और तथ्य के आधार पर बहस करनी चाहिए, न कि विदेशों में जाकर भारत की चुनावी प्रक्रिया और एजेंसियों पर सवाल उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार संविधान, लोकतंत्र और राष्ट्रहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।