विधानसभा चुनाव में सभी नगर निगम क्षेत्रों में कांग्रेस पिछड़ी

रायपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सभी नगर निगम के पार्षदों और महापौरों को ताकित किया था कि वे अपने-अपने वार्डों से कांग्रेेस प्रत्याशी को लीड मिलना चाहिए । यदि लीड नहीं मिली तो पार्टी आगामी नगरीय निकाय के चुनाव में पार्षद की टिकट नहीं देगी। इसके बावजूद अधिकांश नगर निगम के पार्षदों ने भूपेश बघेल के आदेश का पालन नहीं किया। चिरमिरी, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बिलासपुर अंबिकापुर तथा रायपुर कोरबा, जगदलपुर। सभी नगर पालिका निगम के पार्षद अपने-अपने वार्ड में कांग्रेस को लीड दिलाने में असफल रहे और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को जीतने से रोक भी नहीं पाए। अब देखना है कि पार्टी अपने आदेश का पालन नहीं करने वाले पार्षदों पर क्या कार्रवाई करती है और आने वाले नगरीय निकाय चुनाव में भूपेश बघेल व्दारा दी गई हिदायत का और आदेश का पालन होता है कि नहीं? क्योंकि नगरीय निकाय चुनाव में जीत हासिल कर फिर सत्ता की वापसी की बुनियाद रखनी है। अब नगरीय क्षेत्र में पार्टी के मठाधीशों के साथ निष्क्रिय और भितरघाती पार्षदों पर क्या एक्शन लेती है।

रायपुर में सबसे ज्यादा दुर्गति

रायपुर नगर निगम क्षेत्र में भी इतना ही बुरा हाल कांग्रेस पार्षदों के क्षेत्र में रहा। अब अधिकांश नगर निगम में महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जैसी घटनाएं बहुत जल्द सुनने के मिलेगी। प्राय:-प्राय: सभी नगर निगम के महापौरों के वार्डों में कांग्रेस बहुत बड़े अंतरों से पिछड़ी है। सभी बड़े नेता और नगर निगम के पदाधिकारियों के क्षेत्र में भी कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचा है अब देखना है कि कांग्रेस पार्टी इन सभी नेताओं और पार्षदों पर क्या कार्रवाई करती है। चुनाव में हार के प्रमुख कारणों में महापौरों और पार्षदों की पार्टी के प्रति निराशाजनक प्रदर्शन रहा है।

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