मलेरिया से ग्रसित युवक की हालत नाजुक, 3 और मरीज मिले

बिलासपुर। बरसात का मौसम मच्छर जनित बीमारी के लिए आदर्श रहता है, इस मौसल में मलेरिया और डेंगू के मच्छर सक्रिय रहते है और डेंगू फैलाने का काम करते है। ऐसे में इस मौसम में सभी को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इसके बाद भी कोटा का ग्राम टाटीधार मलेरिया के लिए संवेदनशील गांव के श्रेणी में आ गया है।

एक साथ चार मरीज मिलने से गांव में और लोगों के भी इसके चपेट में आने आशंका बढ़ गई है। वही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। गांव में चिकित्सकीय टीम भेज दिया गया है। शिवम नाम के मरीज की हालज नाजुक बताई जा रही है। इधर health Department स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव के दर्जनों मरीजों का मलेरिया टेस्ट किया। ग्रामीणों को मलेरिया के प्रति जागरूक किया गया। विभाग की टीम मंगलवार के गांव के हर संदिग्ध व्यक्ति का ब्लड सैंपल लेकर मलेरिया जांच करेगी।

डायरिया का दायरा बढ़ता ही जा रहा है एक के बाद एक गांव इसके चपेट में आ रहा है। कुटाघाट गांव में डायरिया के पांच मरीज मिले है। जिसने भी स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ाकर रख दी है। महामाया पारा, नेवसा, लखराम, रानीगांव और कलमीटार के बाद मंगलवार को कुटाघाट में डायरिया फैल गया है। गांव के कई लोग उल्टी दस्त से पीड़ित है। कुटाघाट में भी डायरिया फैलने की वजह प्रदुषित पानी की सप्लाई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों का इलाज कर रही है। इधर अस्पताल में कुल 17 मरीज भर्ती है। इनमे से एक को हालत गंभीर है।

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