रायपुर। CM साय के सलाहकार पंकज कुमार झा ने कांग्रेस को याद नेहरू की आदत याद दिलाते हुए कहा, सत्ता आपकी खानदानी जायदाद जो रही है। आज भी सामंती मानसिकता गयी नहीं है। राजकीय अतिथि और करोड़ों लोगों के श्रद्धा के केंद्र संत के लिए राजकीय विमान नहीं है। सिगरेट लाने के लिए है। प्रेमिका को विदेश पत्र भेजने के लिए है। हद है।
पैर छूने के मामले ने पकड़ा तूल
इसके अलावा, शास्त्री के सरकारी विमान से छत्तीसगढ़ आने और एक पुलिस अधिकारी द्वारा उनके पैर छूने के मामले ने भी तूल पकड़ लिया है, जिस पर सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग और नियमों के उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से कहा कि वे राजनेता नहीं हैं और आमतौर पर राजनीतिक बयानों पर टिप्पणी नहीं करते, लेकिन यह मामला आस्था और समाज से जुड़ा है, इसलिए उन्होंने जवाब देना जरूरी समझा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के बीच अंधविश्वास, आस्था और हिंदुओं के ‘खतरे में’ होने जैसे मुद्दों पर तीखी बयानबाजी से नया राजनीतिक-धार्मिक टकराव शुरू हो गया है। यह पूरा मामला तब गरमाया जब शास्त्री ने भिलाई में मीडिया से बात करते हुए बघेल के धार्मिक गुरुओं पर दिए गए बयानों का जवाब दिया।
शास्त्री ने कहा कि अगर हिंदू समुदाय को एकजुट करना, भक्ति फैलाना और राष्ट्रवाद जगाना अंधविश्वास है, तो ऐसे सोचने वालों को देश छोड़ देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एक समुदाय की आबादी बढ़ रही है और हिंदुओं की घट रही है, और अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो खतरा दिख सकता है। वहीं, बघेल ने शास्त्री और प्रदीप मिश्रा जैसे कथावाचकों पर ज्ञान की बजाय अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि हिंदुओं के खतरे में होने की बात RSS और BJP की देन है।