मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खड़े होकर कहा, “ये लोग मोबाइल लेकर बात कर रहे हैं। यह सब प्रतिबंधित था, रोका हुआ था और सब मोबाइल लेकर बोल रहे हैं। ये कोई बात है? यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई मोबाइल लेकर न आएं। इस पर प्रतिबंध किया जाए जो पहले से भी किया हुआ है। यह पांच-छह साल से शुरू हुआ है। 10 साल नहीं, उसके पहले ही धरती खत्म हो जाएगी। आप अलग तरीके से बोलिए। यह सब फालतू बात है।” नीतीश कुमार यही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “पहले तो हम खूब देखते थे लेकिन, जब हमनें 2019 में जाना कि गड़बड़ होने वाली है तो हमने तो छोड़ दिया। समझ गए कि नहीं? मोबाइल प्रतिबंधित है। इसको लेकर क्या बोलते हैं?”
उन्होंने कहा कि सदन में मोबाइल प्रतिबंधित है, आप भूलिए मत। कोई मोबाइल लेकर आएगा, उनको बाहर निकाल दिया जाएगा। अपनी बात बोलो न। यह मोबाइल लेकर क्या बोल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इस सत्र में विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रहा है।