अंबिकापुर। उत्तरी कर्नाटक से उत्तरी ओड़िशा तक बनी द्रोणिका के सक्रिय होने का असर उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में पड़ा है। शुक्रवार को जहां मौसम खुलने की उम्मीद थी वही सुबह से आसमान पर बादल छाए रहे और ठंडी हवा चलती रही। शाम चार बजे से बारिश की झड़ी शुरू हुई तो रात तक कायम रही। इस सीजन में लगातार एक माह के भीतर दूसरी बार मौसम का मिजाज बिगड़ा है और संभाग के बलरामपुर, सूरजपुर जिले के कई इलाके में लगातार एक-दो दिन के अंतराल में हुई भारी ओलावृष्टि व बारिश के बीच अंबिकापुर शहर सहित पूरे सरगुजा जिले में शुक्रवार को तेज बारिश शुरू हो गई। ठंड के मौसम में हो रही इस बारिश से वातावरण पूरी तरह बदल चुका है। लोगों को यह समझ ही नहीं आ रहा कि गर्म कपड़े पहने या बारिश से बचने रेनकोट का सहारा लें। लोग घरों में दुबकने मजबूर हो गए हैं। बारिश के कारण कड़ाके की ठंड भी पड़ने लगी है। शहर से लेकर ग्रामीण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। बेमौसम बारिश से जहां रबी में गेहूं फसल को फायदा पहुंच रहा है वही साग-सब्जियों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। एक-दो दिन में मौसम खुल गया तब तो सब कुछ ठीक रहेगा वरना चना,मटर व अन्य साग सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचेगा। सरगुजा जिले में राहत की बात यह है कि ओलावृष्टि नहीं हुई है।