दुर्ग। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कुरूदडीह में खेतों का भ्रमण किया। x पोस्ट में उन्होंने बताया कि आज अपने गांव कुरूदडीह में खेतों का भ्रमण। बता दें कि धान कटाई मिंजाई के बाद दलहन – तिलहन फसल की तैयारी शुरू हो जाती है।
दलहन, तिलहन फसलों में कीट व्याधि की रोकथाम हेतु उप संचालक कृषि ने दी समसामयिक सलाह – फसल चक्र परिवर्तन के तहत् रबी वर्ष 2024-25 में दलहन, तिलहन फसलो की खेती वृहद रकबा में की जा रही है। मौसम में आकस्मिक बदलाव के कारण दलहन, तिलहन फसलों में कीट प्रकोप के लक्षण दिखाई दे रहे है। चना एवं मसूर के पौधों में इल्ली कोट से तना एव पत्तियों को कुतरने से पौध विकसित नहीं हो पाता है। इसके मद्देनजर उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने जिले के किसानों को सम-सामयिक सलाह दी है। उन्होंने बताया कि किसान फसलों के सतत् रूप से निगरानी करें एवं खेत के मेड़ों पर चिड़ियों के बैठने के लिए टी आकार के खुटें लगाये। जैविक विधि से इंल्लियों के रोकथाम के लिए एक लीटर आग्नेय आस्त्र की मात्रा को 10 लीटर पानी में घोलकर सुबह एवं शामं के समय छिड़काव करें।