बालोद– जिला जेल बालोद में हवालाती बंदी लुकेश सिन्हा की इलाज़ के दौरान जिला अस्पताल में हुई मौत मामले में छत्तीसगढ़ डड़सेना कलार समाज ने कलेक्टर एवं एसपी को ज्ञापन सौप न्यायिक जांच कर दोषियों पर कार्यवाही और मृतक के परिवार वालो को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करने की मांग की है। क्षेत्रीय विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में आज सोमवार को समाज के सैकड़ो लोग कलेक्टर और एसपी से मुलाक़ात कर उनसे घटना के बारे में चर्चा की और ज्ञापन सौंपा। समाज के लोगों ने आबकारी विभाग और जेल प्रशासन पर हवालाती बंदी लुकेश सिन्हा पिता भारत राम सिन्हा से मारपीट किये जाने का गंभीर आरोप लगाया है। वही विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि अगर बंदी को सही समय पर इलाज़ मिल जाता तो शायद वो बच सकता था, आबकारी विभाग और जेल प्रशासन के द्वारा बंदी से मारपीट की गई है। हम मांग करते है कि इसमें न्यायिक जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो। आपको बता दे कि ग्राम फरदफोड़ निवासी लुकेश कुमार सिन्हा को आबकारी विभाग ने 25 मई को कच्ची शराब बेचते हुए पकड़ा था। आरोप है कि इस दौरान आबकारी विभाग के लोगों ने लुकेश सिन्हा से मारपीट की और जेल दाखिल किया। फिर जेल अभिरक्षा में भी लुकेश को मानसिक प्रताडना व मारपीट किया गया। जिसके कारण उसका स्वास्थ्य इतना बिगड गया, की इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वही बताया गया कि घटना दिन के पहले 2 दिन लुकेश सिन्हा को जिला अस्पताल इलाज़ हेतु लाया ले जाया किया जाता था, अगर उसे जिला अस्पताल में ही भर्ती क़र इलाज़ मिल जाता तो शायद उसकी जान बच जाती।
ये है मांग-
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम फरदफोड निवासी लुकेश कुमार सिन्हा पिता भारत राम सिन्हा (34 वर्ष) की आबकारी विभाग एवं जेल प्रशासन के द्वारा मारपीट करने के कारण जिला जेल बालोद में मृत्यु हो जाने की घोर निंदा की है, साथ ही सरकार से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच, दोषी कार्मियों पर अविलंब कार्यवाही करते हुए परिवार वालो को आर्थिक सहायता राशि 20 लाख एवं परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करनें की मांग की है।
ये लगाए है आरोप-
कलार समाज ने ज्ञापन में आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम फरदफोड़ निवासी लुकेश कुमार सिन्हा पिता भारत लाल सिन्हा जाति कलार (34 वर्ष) के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा 25 मई 2024 को कच्ची शराब बाबत् कार्यवाही के दौरान 2 वर्दीधारी पुलिस तथा 4 बिना वर्धीधारी व्यक्तियों द्वारा हिंसात्मक मारपीट करते हुए अपने अभिरक्षा में लेकर जेल ले गए, जेल अभिरक्षा में भी उन्हें मानसिक प्रताडना व मारपीट किया गया। जिसके कारण उनका स्वास्थ्य इतना बिगड गया कि आबकारी विभाग के पुलिस अधिकारी द्वारा जिला अस्पताल में चिकित्सा के लिए लाया गया तथा चिकित्सा के दौरान 28-29 मई की रात्रि को उनकी मृत्यु हो गई, जो कि मृतक के माता-पिता व पत्नी एवं दो छोटे-छोटे बच्चो के लिए अपूर्णिय क्षति कारक है। आबकारी पुलिस द्वारा किया गया यह कृत्य घोर आपराधिक कृत्य है, यह एक प्रकार से षडयंत्रकारी हत्या प्रतीत होता है। समाज ने मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल विभाग द्वारा बोर्ड गठित कर किये जाने तथा कच्ची शराब पकडने के कार्यवाही दौरान व आबकारी अभिरक्षा से जेल अभिरक्षा मृतक के मृत्यु के परिस्थिति व कार्यवाही में उपस्थित वर्दीधारी पुलिस तथा चार बिना वर्दी धारी व्यक्तियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।