बिलासपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले ने देशभर को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के विरोध में जनता का आक्रोश फूट पड़ा है। अब जनता भी आर-पार की लड़ाई चाहती है और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जबाव देने को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। इसी कड़ी के तहत गुरुवार को बिलासपुर में इस नरसंहार के विरोध में स्थानीय जनता में आक्रोश देखने को मिला। एक ओर जहां बिलासपुर बाजार दोपहर तक बंद रहा। वहीं, हिंदू संगठनों, सामाजिक संगठनों के साथ ही स्थानीय लोगों ने सडक़ों पर उतरकर आतंक के खिलाफ रोष रैली निकाली। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस्लामिक आतंकवाद का पुतला भी शहीद स्मारक बिलासपुर में फूंका। लोगों ने दूध मांगां तो खीर देंगे, कश्मीर मांगा तो चीर देंगे, आतंकवाद मुर्दाबाद सहित अन्य नारे लगाए। साथ ही ही वक्ताओं ने हिदुंओं से जागरूक रहने का आह्वान करने के साथ ही इस्लामिक आतंकवाद का आर्थिक रूप से भी बहिष्कार करने का आह्वान किया।
वहीं, विभिन्न संगठनों ने शहीद स्मारक बिलासपुर में प्रदर्शन किया। इस मौके पर विभिन्न वक्ताओं ने कश्मीर के पहलगाम एवं बंगाल में हिंदुओं पर हुए निर्मम हमलों का विरोध किया। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए अमानवीय आतंकी हमले की घोर निंदा की। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्र अधिवक्ता तुषार डोगरा ने कहा कि रेडिकल इस्लामिक आतंकियों द्वारा पर्यटकों को केवल उनके हिंदू होने के आधार पर चुन-चुनकर मारा गया। यह घटना मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध है। जो हमारे देश की सांप्रदायिक सौहाद्र्रता पर सीधा प्रहार करती है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भी हिंदू समुदाय पर हाल में हुई हिंसात्मक घटनाएं हुई हैं, जिनमें जानमाल की हानिए संपत्ति को जलाया जाना और महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार शामिल है। कहा कि रेडिकल इस्लामिक तत्व बार-बार हिंदू समाज को निशाना बना रहे हैं और सरकार व प्रशासन इस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने में विफल प्रतीत हो रहे हैं। इससे हिंदू समाज में गहरा असंतोष एवं असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है। इस ओर उचित कदम उठाए जाएं। सदर विधायक त्रिलोक जंबाल, झंडूता विधायक सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।