भाजपा के घोषणा पत्र जारी होने के बाद अध्यक्ष के निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य की ओर से छ.ग.केवट निषाद समाज केंद्रीय संगठन के अध्यक्ष रामेश्वर कैवर्त्य ने जारी की घोषणा पत्र

शिवरीनारायण –– छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव पूरे शबाब पर है छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, धार्मिक व व्यापारिक नगरी शिवरीनारायण में भी नगर पंचायत चुनाव के अध्यक्ष व पार्षद पद के उम्मीदवार बड़े जोर शोर प्रचार व जनसंपर्क जुट गए हैं। और चुनावी घोषणा की दौड़ भी प्रारंभ हो गया है। इस दौर में नगर पंचायत शिवरीनारायण के अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में लड़ रहे नगर पंचायत शिवरीनारायण के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य की चुनावी घोषणा पत्र 4 फरवरी को छत्तीसगढ़ केवट निषाद समाज केंद्रीय संगठन के अध्यक्ष रामेश्वर कैवर्त्य ने केवट निषाद समाज केंद्रीय समिति कार्यालय में जारी की। इस अवसर पर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी डॉ. कैवर्त्य सहित नगर पंचायत शिवरीनारायण को पूर्व पार्षद सनत केसरवानी, केंद्रीय संगठन के कोषाध्यक्ष डॉ.सनत निषाद, महासचिव रमेश कुमार कैवर्त्य , विधिक सलाहकार जयपाल विनायक, रायगढ़ परिक्षेत्र के अध्यक्ष कैलाश निषाद, नगर युवा नगर समिति के समिति के अध्यक्ष लेखराम कैवर्त्य लेखू, विकास कैवर्त्य,तिहारु कैवर्त्य,चन्द्र शेखर कैवर्त्य, समीर कैवर्त्य, सौमित्र सिंह, सक्षम-ऋतुराज कैवर्त्य, सहित अनेक वरिष्ठ जन उपस्थित थे। इनकी चुनावी घोषणा पत्र एक विस्तृत कार्य योजना पत्र के नाम से जारी की गई है। जिनके महत्वपूर्ण बिंदुओं में जिसमें खरौद में रुकी शिवरीनारायण बायपास रोड को पूर्ण करना जैसा कि पिछले कार्य के दौरान यहां के कृषकों हेतु वर्षों से रुकी नहर का निर्माण कराया गया, पूर्व घोषित सुविधायुक्त अस्पताल को मूर्तरूप देना, तत्कालीन शिक्षा मंत्री द्वारा शासकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा को फलीभूत करना, माघ पूर्णिमा मेला के आयोजन हेतु शासन से अनुदान प्राप्त कर मेला व्यवसायियों को नि:शुल्क भूमि आवंटन करना,, मेला संचालन हेतु प्रबुद्ध जनों की मेला समिति बनाना, सब्जी बाजार की स्थाई व्यवस्था हेतु आवश्यक निर्माण करना,नगर सहित धान मंडी के पास स्थित मोहल्ले की जन निकासी, सड़क, नाली व बिजली की समस्याओं का समाधान करना, महानदी चित्रोत्पला गंगा संगम पर स्थित विशाल टापू को सुरक्षित कर उसके चारों ओर 51 फीट ऊंची दीवार बनाकर इसे पर्यटन की दृष्टिकोण से विकसित करना तथा माता शबरी की आकर्षक जीवंत झांकियां प्रतिस्थापित करना. गायत्री मंदिर के समीप संगम स्थल तक नई सड़क व भाव संगम घाट का निर्माण करना. घाटों का सौंदर्यीकरण, टिकरीपारा से घाना सागर तक पहुंच मार्ग,नगर की पारंपरिक लोक उत्सवों को प्रोत्साहन, वार्ड पार्षदों की अध्यक्षता में नगर के प्रत्येक वार्ड में 15 सदस्य नागरिकों की सलाहकार समिति का गठन करना,विद्युत वितरण केंद्र शिवरीनारायण की विद्युत क्षमता 132 केवी. कराने का प्रयास, शिवरीनारायण से तुस्मा मार्ग की ओर सड़क, नाली, विद्युत व्यवस्था एवं नगर में यातायात पुलिस की स्थापना का प्रयास,नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देना, श्मशानघाट उन्नयन एवं नगर में बुनियादी सुविधाओं को विस्तार देना ,आवश्यकता अनुसार नगर में आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना करना,धार्मिक पर्यटन की सर्वांगीण विकास हेतु केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रसाद योजना के तहत शिवरीनारायण को शामिल करने का प्रयास करना,नगर क्षेत्र अंतर्गत निवास करने वाले लोगों को आबादी जमीन का पट्टा दिलाकर समाज के मुख्य धारा में उन्हें लाने का प्रयास करना, शासन की योजना अनुरूप बेरोजगारों को स्वराज स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना जैसे मछली पालन, गौ पालन,नौकायन ,मुर्गी पालन ,बकरी पालन,सिंघाड़ा उत्पादन आदि करना साथ ही महानदी में बैराज निर्माण से प्रभावित पाल कछार कृषकों को मुआवजा पेंशन राशि दिलाने का प्रयास करना,महानदी में गिराये जा रही गंदे पानी की नालियों को बंद कर ऑनलाइन ऑटोमेटिक सिस्टम लगाने का प्रयास आदि करना है। इस घोषणा पत्र के महत्वपूर्ण बिंदु में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान अंतिम दिवस सदन के पटल पर 2011-12 वित्त वर्ष के प्रदेश के नगरी निकायों के 272 करोड़ रुपए की ऑडिट आपत्ति खानगी के खुलासे में नगर पंचायत शिवरीनारायण भी शामिल रहा है। ऐसी खानकी को दृष्टिगत रखते हुए आने वाली नई परिषद के अध्यक्ष पार्षद आदि पदाधिकारी पर ऑडिट खानगी न होने देने की कारगर निर्णय कर उन्हें आर्थिक क्षति से बचाकर नगर के आय में वृद्धि हेतु अनेक उपाय का प्रयास करना।
इसके अतिरिक्त डॉक्टर कैवर्त्य ने अपने इस घोषणा पत्र में अपने पूर्व कार्यकाल के अनेक उपलब्धियां को भी विस्तार से वर्णन किया है। जिसमें कृषकों के लिए सन 2001 में सिंचाई हेतु नहर की सुविधा,पाल कछार कृषकों के आर्थिक कल्याण हेतु पाल कछार नीलामी प्रथा बंद कराई गई , सन 2001 में उप तहसील की स्थापना कराई गई। महानदी के महत्वपूर्ण स्थलों पर पचरी एवं तटबंध निर्माण, बाढ़ आपदा सहायतार्थ हेतु से दो मोटर रोड की व्यवस्था, आबकारी उपनिरीक्षक वृत्त कार्यालय शिवरीनारायण में स्थापित कराई गई, नगर के आरक्षी केंद्र में टीआई पद की स्थापना हेतु कार्यवाही कराई गई। नेहरू बालोद्यान को जनता को समर्पित किया इत्यादि महत्वपूर्ण कार्य कराए गए।

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