तमनार अंचल में श्री विधि से खेती को प्रोत्साहित कर रहा अदाणी फाउंडेशन

सितम्बर 13, 2021 रायगढ़ : अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से प्रशिक्षित तमनार के किसानों ने System of Rice Intensification (SRI) यानी कि श्री विधि तकनीक से धान की रोपाई का कार्य शुरू किया है। श्री विधि खेती की एक ऐसी पद्धति है जिसके जरिए किसान कम पैसा लगाकर लाखों की कमाई कर सकते हैं। इससे किसानों को धान की पारंपरिक खेती के मुकाबले 50 फीसदी बीजों की बचत भी होती है |

अदाणी फाउंडेशन ने श्री विधि से खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तमनार अंचल के ग्राम खमरिया और मिलूपारा के किसानों को श्री विधि से खेती का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया है | इस विधि से एक प्रकार के छोटे छोटे पौधों की रोपाई की जाती है | इस पद्धति से कम मात्रा में पानी की ज़रुरत होती है और यह सिंचाई के लिए पानी की खपत को भी कम करता है।

धान की खेती में श्री विधि का उपयोग करने से किसानों को खाद, पानी, बीज और मजदूरी में आने वाली लागत काफी कम हो जाती है और मुनाफा ज्यादा होता है। गौरतलब है कि धान की साधारण पद्धति से खेती में प्रति एकड़ में 18 क्विंटल तक की पैदावार होती है, जबकि श्री विधि से किसान एक एकड़ में 20 से 25 क्विंटल तक की उपज का लाभ ले सकते हैं।

दरअसल, रायगढ़ जिला स्थित GP-III कोयला खदान तमनार के आसपास का क्षेत्र घने जंगल और पहाड़ी से घिरा हुआ है। इस जगह की 60% आबादी आदिवासी हैं और उनकी आय तथा आजीविका का मुख्य साधन पारंपरिक धान की खेती है। अदाणी फाउंडेशन, रायगढ़ द्वारा चलाए जा रहे पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किसानों को अलग-अलग चरणों में आवश्यक प्रशिक्षण, बीजोपचार तथा आवश्यक मशीन और उपकरण प्रदान कर लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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