बालोद- कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रही मीना साहू को 6 वर्षो के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया हैं। जिसके बाद अब निर्दलीय चुनाव लड़ रही मीना साहू को समर्थन देकर उनके चुनाव प्रचार प्रसार में शामिल होने वाले कांग्रेस के 10 पदाधिकारियों पर अनुशासनहीनता बरतने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही हेतु जिलाध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री (संगठन एवं प्रशासन) मलकीत सिंह गैन्दू को पत्र लिखा हैं। जिलाध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने पत्र के माध्यम से महामंत्री को अवगत कराते हुए बताया है कि संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र 59 में पार्टी ने संगीता सिन्हा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी से बागी होकर मीना सत्येंद्र साहू जो कि वर्तमान में जिला पंचायत सभापति है, जिनके द्वारा पार्टी से बगावत करके निर्दलीय नामांकन दाखिल कर अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ा जा रहा है। जिसे गंभीरता से लेते हुए मीना साहू को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया हैं। वही पार्टी ने तुकाराम साहू को भी वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया हैं।
उचित कार्यवाही की मांग-
जिलाध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने पत्र में आगे कहा है कि लेकिन कांग्रेस के कुछ पदाधिकारीयों द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी मीना साहू को समर्थन देते हुए उनके नामांकन रैली, कार्यालय शुभारम्भ, जनसम्पर्क एवं विभिन्न कार्यक्रमों में होकर गंभीर अनुशासनहीनता बरती जा रही हैं। अनुशासनहीनता श्रेणी में काम करने वालो में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव व चुनाव प्रभारी डौंडीलोहारा तुकाराम साहू, जिला पंचायत सभापति ललिता पीमन साहू, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हलधर साहू, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री नौशाद कुरैशी, जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य पीमन साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सत्येंद्र साहू, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुरूर के पूर्व महामंत्री ताम्रध्वज यादव, जिला युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष रिखी साहू, युवा कांग्रेस से तुलेश साहू और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुरुर के पूर्व अध्यक्ष नूतन साहू हैं। उक्त लोगों पर जिलाध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने उचित कार्यवाही की मांग की हैं।