नकली किन्नर बनकर दुर्ग बस स्टैंड और बाजार क्षेत्र में वसूली करने वाली पांच महिलाओं को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन महिलाओं के खिलाफ किन्नरों ने राज्य महिला आयोग महिलाओं से शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ ये कार्रवाई की।
सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा गया है। बता दें कि 13 जुलाई को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक जिला पंचायत दुर्ग के सभागार में महिला संबंधी प्रकरणों की सुनवाई की थी। उस दौरान जया किन्नर और अन्य किन्नरों ने एक शिकायत की थी कि कुछ महिलाएं, किन्नर बनकर बस स्टैंड और बाजारों में वसूली कर रही हैं।
उन्हें रुपये न मिलने पर वे लोगों से गाली गलौज और विवाद कर रही हैं। इससे किन्नरों की छवि खराब हो रही है। राज्य महिला आयोग ने इस शिकायत को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया था। जिसके बाद दुर्ग कोतवाली पुलिस ने दुर्ग बस स्टैंड में वसूली करने पहुंची पांच महिलाओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की।
पुलिस ने जिन महिलाओं को गिरफ्तार किया है, उनमें मोहनी गौर गौरिया (25) सुमन गौर गौरिया (23), जलकी गौर गौरिया (55), सलुज गौर गौरिया (45) और करिश्मा गौर गौरिया (22) शामिल हैं। सभी महिलाएं भटगांव जेवरा सिरसा की रहने वाली हैं।
वे काफी दिनों से किन्नर बनकर दुर्ग के इंदिरा मार्केट, शनिचरी बाजार, मोहन नगर और दुर्ग बस स्टैंड सहित आसपास के बाजारों में लोगों से रुपये की वसूली कर रही थी। कोई उन्हें रुपये नहीं देता तो वे लोग विवाद करती थी।