नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Beauty Benefits: अच्छी त्वचा, बाल और सेहत के लिए बाज़ार में कई तरह के प्रोडक्ट्स हैं, लेकिन फिर भी प्राकृतिक चीज़ों के इस्तेमाल से आप कई तरह के साइड-इफेक्ट्स से बच सकते हैं। सदियों से भारत में बालों, त्वचा और सेहत के लिए नीम, हल्दी, तुलसी, केसर जैसी अद्भुत औषधियों का इस्तेमाल होता आया है। इनके इस्तेमाल से शरीर या त्वचा को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचता। आइए जानें की 5 प्राकृतिक औषधियां हमें कैसे और किस-किस तरह फायदे पहुंचा सकती हैं।
नीम
ये आयुर्वेदिक औषधि एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होती है। त्वचा के लिए नीम के पत्तों के लाभों में से एक यह है कि यह त्वचा के संक्रमण का भी इलाज कर सकता है, जलन को शांत कर सकता है और त्वचा को बिना रूखा बनाए सूजन को कम कर सकता है। इंफेक्शन्स से दूर रहने के लिए आप नीम के पानी से रोज़ाना नहा सकते हैं।
चंदन
इसके एंटी-सेप्टिक और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं। इसका एंटी-एजिंग फॉर्मुला झुर्रियों को कम करता है। साथ ही यह एक्ने, रेडनेस या चकत्ते में भी फायदा पहुंचाकर स्किन को बेदाग़ बनाता है।
केसर
केसर त्वचा को लाभ पहुंचाता है, क्योंकि इसमें कई विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यह एंटी-इंफ्लामेटरी है और त्वचा को शांत करता है। इसके एंटी-फंगल गुण त्वचा को एक्ने से बचाते हैं।
हल्दी
हल्दी त्वचा कई तरह से फायदे पहुंचाती है। सदियों पुरानी यह औषधी एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों की वजह से एक्ने, दाग़-धब्बे, पिग्मेंटेशन, वक्त से पहले उम्र बढ़ने के निशान, सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान जैसे कई तरह की स्किन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए जानी जाती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन त्वचा को ग्लो देकर रौनक देता है।
तुलसी
अपने जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण, तुलसी ब्लैकहेड्स, मुंहासों को रोककर त्वचा को फायदे पहुंचाती है और त्वचा के संक्रमण से राहत दिलाती है। विटामिन-के और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर, तुलसी ब्लड सर्क्यूलेशन को बढ़ाती है और बालों के विकास को बढ़ावा देकर लाभ पहुंचाती है।