डॉ सत्यजीत साहु के नेतृत्व में उनकी टीम ने जिला बलौदाबाजार ज़िले के बारनयापारा अभ्यारण चरोदा के पास स्थित दुरुस्थ गांव भीतीडिह के कमार टोला में विशेष संरक्षित जनजाति कमार के बीच हेल्थ कैंप किया। शिविर में कमारटोला में निवासरत बीस परिवारों के सभी सदस्यों का परिक्षण कर दवाईंयों का वितरण भी किया गया। भीतीडिह के ग्राम वासियों का भी साथ ही परीक्षण कर दवाइयाँ वितरित की गई। कमार परिवार में प्रमुख देवलाल ने बताया कि कुछ साल पहले तक उनके समुदाय के लोग कमारटोला में हफ्ते में एक ही दिन रूकते थे और बाक़ी समय परिवार बच्चों समेत जंगल में ही निवासरत रहते थे। कमार टोला में कार्यरत मितानिन युशिका डडसेना ने कमारटोला के शिविर में कई गंभीर मरीज़ों को लाकर परिक्षण करावाया। युशिका ने बताया कि कमार टोला के बच्चों को सरकारी आंगनबाड़ी का आहार मिलाता है लेकिन वो उसे खाना ही नहीं चाहते।

शिविर में अधिकांश लोगों को कुपोषण से ग्रसित पाया गया। गाँव में सेवा देने वाली पिंकी ध्रुव ने बताया कि कमार समुदाय अभी भी बाल विवाह और शराबखोरी की समस्या से ग्रस्त है। कई लोगों को टीबी भी है जिसका सरकारी इलाज चल रहा है। शिविर का शुभारंभ कसडोल के प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट एच के रात्रे जी के हाथों संपन्न हुआ। शिविर में डॉ सत्यजीत साहु ने स्वास्थ्य जागरूकता और कुपोषण से बचाव के बारे में कमारटोला के कमांरो को बताया। आर यु संस्था के अध्यक्ष सुनील शर्मा और सचिव अधिवक्ता संतोष ठाकुर ने दवाइयों का प्रंबंध किया। शिविर में पुरुषोत्तम प्रधान अध्यक्ष सहकारी समिति बार,भूपेन्द्र बारिक सरपंच बार चरोदा,शैलेंद्र डडसेना सरपंच प्रतिनिधि ,भीथरीडीह ग्रामअश्विन कैवर्त और नर्सिंग सहयोग सिस्टर सेजबती सिस्टर ममता निषाद ने सक्रिय सहयोग दिया।
