ऋषि सिंह ने वाको इंडिया किकबॉक्सिंग एशोसियेशन
एशियनचेम्पियन शिप के खिताब हाशिल करने ताक सफर आशान नही था।
ऋषि ने बताया कि मैंने रायगढ़ जिला जीतने के बाद स्टेट के लिए चयन होकर बिलासपुर खेलने गया स्टेट में गोल्डमेडल ज़ित कर नेशनल के लिए चयन होकर चिन्नई के लिए स्लेक्ट हुआ और वहाँ भी मैने फिर अपने प्रदेश का नाम रोशन करने में जामयब रहा और 6 प्रदेश के साथ फाईट कर के गोल्ड मेडल लगाया, वहीं से मेरी की श्लेक्शन इण्डिया टीम की ट्रेनिग केम्प दार्जलिंग के लिए होगया था, जिसमे पूरे एशिया से एक से बढ़ कर एक खेलाड़ी आये थे और भारत से 28 खेलड़ियों को ये केम्प के लिए दार्जलिंग के लिए selection किया गया था जिनमे से एक शोभाग्यशाली मैं भी था,
दार्जलीग में अपने खेल की प्रतिभा और कड़ी मेहनत के बाद ऋषि सिंह एशियनचेम्पियनशिप वाको बैंकॉक के लिए भारत से अपने वेट में एक मात्र खेलाडी छत्तीसगढ़ से ऋषि सिंह,के नाम से ऑफिसियल लैटर आया, विदेशी धरा बैंकॉक में ऋषि सिंह का नाम जब अनाउंस हुआ तब देश के हर खेल प्रेमी का ह्रदय गर्व से भूले नही समा रहा था, ऋषि ने 3 देशों से फाइट हुआ और उन्हें हाराया बतादूँ ये खेलाड़ी ऋषि सिंह मात्र 18 वर्ष के है और अपने से दोगुने बड़े और बेहतरीन आर्मी, पुलिस विभाग के फाइटस के साथ फाइट कर के अपने देश का परचम विदेश के पोडियम में लहरा कर ब्रोंच मैडल भारत के नाम किया, साथ ही भारत के लिए एक ओर बडी खुशखबरी है की ऋषि का चयन वर्ल्ड कॉम्बेड गेम्स के लिए भी अपने वेट चयन होगया जो 2024 में रियाद(सऊदी अरब) में होने वाला है, ऋषि से पूछा गया कि उनकी इस उपलब्धि का श्रेय वो किसे देना चाहेंगे ऋषि गर्व के साथ जवाब दिया मेरी जीत का श्रेय मैं अपनी माँ को सब से ज्यादा देना चाहूंगा , उनके बाद फिर छगनलाल मुद्रा जी ,राष्ट्रीय अध्यक्षसन्तोष अग्रवल सर जी, उसके बाद मेरे कोच तारकेश मिश्रा सर जी, आकाश गुरूद्वान सर को देना चाहूंगा जिन्होंने मुझे बहुत कम समय मे जितने का हौशला दिया तू मेडल लगा सकता है तेरे में है काबिलियत और मेरे अंदर जितने का जुनून इन्ही बातों से आया और साथ ही अनिल द्विवेदी सर ताईकवांडो संघ एसोशिएशन छत्तीसगढ़ के प्रेसिडेंट एवं इंडिया के ज्वाइनसेकेट्री है मेरे गुरु मार्गदर्शन बचपन से मिलता रहा है। साथ ही मैं दिल से धन्यवाद देना चाहूंगा रायगढ सांसद महोदीया गोमती साय जी , ओ.पी. चौधरी जी , एवं NTPC laara , ईश्वर पटेल जी पत्रकार बन्धुगण, भारत के पूरे जनमानस, मेरे छत्तीसगढ़ और रायगढ़ के प्रिय बन्धुगण ,मेरे मित्रों को, मेरे आदर्णीयों को और जन्होंने मुझे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्पोर्ट किये,, मेरे पूरे परिवार को भी धन्यवाद दूंगा जिनके बदोलत आज मैं किक बाक्सिंग एशियनचेम्पियन के खिताब अपने नाम करने में सफलता हाशिल कर पाया हुँ ,और अपनी भारतमाता और अपनी छत्तीसगढ़ महतारी के लिए कुछ कर पाया,आगे अब वल्ड कॉम्बेड गेम्स में गोल्ड मेडल मेरे लक्ष्य में है और मुझे मेरी मम्मी और गुरुजनों की अपेक्षा ,विश्वास पर खरा उतरने के लिए जी जान से मेहनत करना है और कर भी रहा हुँ, उनका आशीर्वाद सदेव है मेरे साथ। मेरे मेहनत में कोई कमी नही रही है ना रखूंगा, बस एक फाइनेशियली ही बहुत बड़ा रुकावट मेरे रास्ते का हमेशा बना रहता बाकी सब सही है, गेम है पैसे तो लगते ही है मुझे अच्छी ट्रेनिग चाहिए और एक खेलाड़ी को प्रॉपर डाइट चाहिए होता है जो बहुत जरूरी है , ये मुश्किलो का मुझे फेस करना पड़ता है , क्यों कि मेरी माँ single parents है , तो आप समझ ही सकते है। ट्रेनिग के लिए मैं अभी फरवरी से कोरबा में तारकेश मिश्रा सर से प्रॉपर कोचिंग लेने जारहा हूँ ताकि किकबॉक्सिंग की बारिकियों को ओर टेक्निकली ज्ञान को और बढ़ा सकूं जो कमी रह गई थी पूर्व में वो पूरी कर सकूं। आप सभी की आशीर्वाद ओर प्रार्थना की अपेक्षा के साथ एथलिट् ऋषि सिंह (प्रथम)