ये चमगादड़ वन विभाग के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वैसे चमगादड़ पूरे काले रंग के होते है. पक्षियों के जानकार बताते है कि इस रंग बिरंगी प्रजाति के बैट को अभी तक कोई खास नाम ना देकर इसे पेटेंड बैट के नाम से ही जाना जाता है, वही इसका वैज्ञानिक नाम “केरीवोला पिक्टा” है, बताया जाता है कि यह ज्यादातर सूखे इलाकों या ट्रीहाउस में पाए जाते हैं, इनका वजन मात्र 5 ग्राम होता है, 38 दांत वाला यह चमगादड़ सिर्फ कीड़े मकोड़े खाता है, चमगादड़ो की यह प्रजाति भारत और चीन समेत कुछ एशियाई राज्य में पाई जाती है.
वही भारत की बात करें तो सबसे पहले इसे साल 2019 में केरल में देखा गया था, जिसके बाद साल 2020 में इसे उड़ीसा में देखा गया, उसके बाद पहली बार इसे छत्तीसगढ़ के कांगेर वैली नेशनल पार्क में इन दिनों देखा गया है.