सतरंगी म्यूजिकल ग्रुप द्वारा किया गया है कार्यक्रम का आयोजन, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध साहित्यकार हैं केशव दिव्य
सक्ती- छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि,साहित्यकार केशव दिव्य द्वारा स्वरचित माटी मेरी स्नेहगन्धा का विमोचन समारोह आगामी 12 नवंबर 2022 दिन -शनिवार को दोपहर 1:00 से शहर के हरेठी स्थित पापा ढाबा में रखा गया है, उपरोक्त कार्यक्रम का आयोजन सत्संगी म्यूजिकल ग्रुप द्वारा किया गया है तथा इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न स्थानों से साहित्यकार,कवि एवं गणमान्य नागरिक शामिल होंगे
तो वही केशव दिव्य भी अपनी रचनाओं एवं कविताओं को लेकर प्रदेश तथा देश के विभिन्न बड़े मंचो पर भी अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं,तथा उनकी प्रस्तुति को साहित्यकारिता के क्षेत्र में लोग काफी सराहना करते हैं, एवं 12 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम को लेकर आयोजक सतरंगी म्यूजिकल ग्रुप ने भी सभी अंचल वासियों को एवं साहित्यकारों को भी इस कार्यक्रम में पहुंचने का आग्रह किया है
कवि केशव दिव्य का जीवन परिचय एक नजर में
इनका जन्म: 12 जून 1959 को हुआ,इनकी शिक्षा: एम.ए. (इतिहास), बी टी सी है,इनका लेखनः हिंदी एवं छत्तीसगढ़ी में है,साथ ही प्रकाशनः समकालीन भारतीय साहित्य, भाषा, अक्षर पर्व, छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर, पाखी, हिमप्रस्थ, देशकाल संपदा, सुगंध, सुमन सौरभ, बाल भारती, बाल वाणी,समझ झरोखा, हँसती दुनिया, देवपुत्र, जनसत्ता, नई दुनिया, नव भारत, लोकमत समाचार दैनिकभास्कर, दैनिक हरिभूमि, आज, नवज्योति, स्वतंत्र भारत, अमर उजाला छपते-छपते, चौथा संसार, दैनिक ट्रिब्यून आदि में कविताएं, लघुकथाएं, बालकथाएं एवं लेख प्रकाशित हो चुके है,कविता छत्तीसगढ़ (सं सतीश जायसवाल), छत्तीसगढ़ी कविता के सौ साल (सं डॉ बलदेव) जैसे संकलनों में सम्मिलित है,श्री दिव्य जी की कुछ कविताएं अन्य भारतीय भाषाओं में अनूदित प्रसारण एवम आकाशवाणी के रायपुर एवं बिलासपुर केंद्रों से कहानी एवं कविताएं भी प्रसारित हो चुकी है,इनका संपादनःवर्तमान स्वर (काव्य संकलन ) है,दिव्य जी को पुरस्कार/सम्मानः छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग ( छ.ग. शासन) एवं अन्य संस्थाओं द्वारा सम्मानित / पुरस्कृत किया जा चुका है,ये प्रधान पाठक पद से सेवानिवृत्त होकर अब स्वतंत्र लेखन कार्य मे लगे हुए है,इनका निवास ग्राम- मोहतरा, ‘देव मणि छाया’ पोस्ट- आमनदुला (सक्ती)जिला – सक्ती ( Sakti ) छत्तीसगढ़,पिन – 495689,मो- 9770475395 एवम ईमेल आईडी-keshavprasaddivya@gmsil.com है
कवि केशव दिव्य ने भी 12 नवंबर को आयोजित काव्य गोष्ठी में क्षेत्रवासियों को उपस्थित होने का आग्रह किया है